गढ़वा डीसी के निर्देश पर लापरवाह कंप्यूटर ऑपरेटर से वसूली गयी राशि, जनता दरबार में मिली थी शिकायत
गढ़वा डीसी के जनता दरबार में कंप्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही से मनरेगा में मजदूरी मद का भुगतान नहीं मिलने की शिकायत मिली. डीसी के निर्देश पर कंप्यूटर ऑपरेटर से राशि वसूल कर पीड़ित दिव्यांग लाभुक को दिलायी गयी. साथ ही ट्राइसाइकिल भी उपलब्ध करायी गयी.
Jharkhand News: अपनी समस्याओं को लेकर जनता दरबार में गढ़वा डीसी रमेश घोलप से मिलने आये दिव्यांग अशोक कुमार दुबे को डीसी के निर्देश पर उनके पीएम आवास निर्माण कार्य में मनरेगा के लंबित मानव दिवस का भुगतान चेक के माध्यम से करवाया. पीड़ित लाभुक ने कंप्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही से मनरेगा में मजदूरी मद का भुगतान नहीं होने की शिकायत की थी. इस पर डीसी श्री घोलप ने लापरवाह कंप्यूटर ऑपरेटर से वसूली कर पीड़ित लाभुक को दिलाया.
लापरवाह कंप्यूटर ऑपरेटर से हुई वसूली
बताया गया कि सदर प्रखंड के कर्मचारी की लापरवाही के कारण दिव्यांग लाभुक अशोक कुमार दुबे के आवास निर्माण कार्य में लंबित 95 मानव दिवस के कुल 21,375 रुपये का भुगतान चेक के माध्यम से उनके आवास पर जाकर प्रखंड कर्मियों ने किया. यह राशि डीसी के निर्देश पर कंप्यूटर ऑपरेटर गौरव कुमार से वसूली की गयी थी. बताया गया कि कंप्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही के कारण मजदूरी भुगतान नहीं हो सका था, ऐसे में निजी तौर पर राशि की वसूली ऑपरेटर से की गयी और वही राशि लाभुक अशोक कुमार दुबे को चेक के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी. इसके अलावे डीसी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को कंप्यूटर ऑपरेटर गौरव कुमार द्वारा किये गये अन्य कार्यों की भी जांच करते हुए दोषी पाये जाने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है़
पीड़ित लाभुक ने डीसी से की थी शिकायत
मालूम हो कि पीएम आवास योजना के तहत दुबे मरठिया गांव निवासी लाभुक अशोक कुमार दुबे को देय आवास निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद सात माह से मजदूरी मद का भुगतान नहीं किया गया था. मजदूरी मद में लाभुक को 21,375 रुपये मजदूरी का भुगतान मिलना था, जो सदर प्रखंड के कंप्यूटर ऑपरेटर गौरव कुमार तिवारी की लापरवाही के कारण लाभुक को नियत समय पर नहीं मिल पाया था. इसकी शिकायत लेकर वह जनता दरबार में डीसी के पास पहुंचे थे.
Also Read: गांव की सरकार : लोहरदगा के नक्सल प्रभावित पेशरार के लिए पोलिंग पार्टी रवाना, पहले चरण में है वोटिंग
डीसी के निर्देश पर मिला सहयोग
उन्होंने डीसी से उनके आवास निर्माण में लंबित अंतिम किस्त का भुगतान नहीं होने तथा आवास निर्माण कार्य में मनरेगा के लंबित मानव दिवस का भुगतान नहीं होने की शिकायत की थी. साथ ही स्वयं के शत प्रतिशत दिव्यांग होने की स्थिति में अपने लिए ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया था. डीसी ने दिव्यांग अशोक कुमार दुबे की शिकायतों को तत्काल संज्ञान में लेते हुए सबसे पहले उन्हें समाज कल्याण विभाग की ओर से ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराया. इसके अलावा अन्य शिकायतों के आलोक में डीसी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी, गढ़वा को अशोक कुमार दूबे के घर जाकर इन मामलों की जांच करने एवं उन्हें सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर संभव मदद करने का निर्देश दिया था.
जांच में पायी गयी सत्यता
इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी ने जांच की कड़ी में इसमें सत्यता पाया. जांच में पाया गया था कि आवास की अंतिम किस्त का बकाया है. उसका जिओ टैग नहीं कराया गया है. ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव जियो टैग कराते हुए अंतिम किस्त का भुगतान करा दिया गया था, जबकि आवास योजना निर्माण कार्य में मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान नहीं होने को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जांच के क्रम में पाया गया कि कंप्यूटर ऑपरेटर गौरव कुमार तिवारी द्वारा मजदूरी भुगतान का डिमांड नहीं लगाने के चलते योजना डीलिट हो गयी है. ऐसे में कंप्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही के कारण भुगतान नहीं हो सका.
आपूर्ति विभाग की ओर से मिला रसोई गैस
योजना डिलीट होने के बाद अब इसमें किसी प्रकार की मजदूरी भुगतान मनरेगा द्वारा संभव नहीं है. इस वजह से ऑपरेटर से वसूल कर वह राशि श्री दूबे को उपलब्ध करायी गयी. डीसी ने दिव्यांग श्री दूबे को सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजना का लाभ देते हुए उन्हें आपूर्ति विभाग की ओर से रसोई गैस भी उपलब्ध कराया गया.
रिपोर्ट : पीयूष तिवारी, गढ़वा.