अमृत भारत स्टेशन योजना: राजखरसावां स्टेशन का होगा कायाकल्प, पीएम नरेंद्र मोदी छह अगस्त को करेंगे शिलान्यास
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत राजखरसावां रेलवे स्टेशन से संबंधित शिलान्यास कार्यक्रम राजखरसावां के स्कूल मैदान में आयोजित किया जाएगा. राजखरसावां रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद सह जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विधायक दशरथ गागराई समेत रेलवे के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश: वर्षों से उपेक्षित राजखरसावां रेलवे स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प होगा. रेल बजट में घोषित अनुसार अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत करीब 30 करोड़ की राशि स्वीकृत है. इसमें पहले चरण में करीब 7.01 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जायेगा. छह अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली से ऑनलाइन सात करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व रेल राज्य मंत्री राव साहेब दानवे व दर्शना जोरदोश भी ऑनलाइन जुड़े रहेंगे. राजखरसावां रेलवे स्टेशन पर स्थानीय सांसद सह जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा मौजूद रहेंगे. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत राजखरसावां रेलवे स्टेशन से संबंधित शिलान्यास कार्यक्रम राजखरसावां के स्कूल मैदान में आयोजित किया जाएगा.
एक साल में तैयार हो जाएंगे स्टेशन
जानकारी के अनुसार इस दिन पीएम मोदी देश के 508 रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना का शिलान्यास करेंगे. इसमें चक्रधरपुर रेल मंडल के चार रेलवे स्टेशन व झारखंड के 20 स्टेशन शामिल हैं. शिलान्यास कार्यक्रम सुबह नौ बजे से शुरू होगा. जानकारी के अनुसार अगले एक वर्ष के भीतर इन योजनाओं को पूर्ण कर लिया जायेगा.
राजखरसावां के हाईस्कूल मैदान में होगा कार्यक्रम
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत राजखरसावां रेलवे स्टेशन से संबंधित शिलान्यास कार्यक्रम राजखरसावां के स्कूल मैदान में आयोजित किया जाएगा. राजखरसावां रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय सांसद सह जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विधायक दशरथ गागराई, डीसी, एसपी, सीकेपी के मंडल रेल प्रबंधक अर्जुन जाटोह राथौड समेत रेलवे के अधिकारी मौजूद रहेंगे. इसके लिये बडे साइज का टेंट बनाया जा रहा है. रेलवे के अधिकारी कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर तैयारी में जुट गये हैं.
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राजखरसावां रेलवे स्टेशन में पहले चरण में ये कार्य होंगे
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पहले चरण में राजखरसावां रेलवे स्टेशन में कई योजनायें ली जा रही हैं. अगले एक वर्ष के भीतर इन योजनाओं को पूर्ण करने का भी लक्ष्य रखा गया है. जानकारी के अनुसार 1.8 मीटर चौड़ा फूट ओवरब्रिज बनेगा. सभी प्लेटफॉर्मों में लिफ्ट व एस्कलेटर लगाये जायेंगे. नया स्टेशन स्टेशन बिल्डिंग, सर्कुलेटिंग क्षेत्र का विकास के साथ साथ स्मारकीय ध्वज, हरित पथ और प्रतिमा स्थल को विकसित किया जायेगा. स्टेशन के दोनों छोर पर टिकट काउंटर, सभी प्लेटफॉर्म का रिनोवेशन, स्टेशन के बाहर कार पार्किंग की सुविधा होगी. स्टेशन परिसर के पास के क्षेत्र को व्यावसायिक उपयोग के लिए उपयुक्त रूप से विकसित किया जाएगा. साथ ही स्टेशन पर बुजुर्गों और दिव्यांगों के अनुकूल साइनेज सहित मानक साइनेज लगाए जायेंगे, जो यात्रियों के सुखद अनुभव को बढ़ाएंगे. अगले चरण में कई अन्य योजनायें भी ली जायेगी.
रेलवे के अधिकारियों ने लिया तैयारी का जायजा
राजखरसावां रेलवे स्टेशन में इन योजनाओं के शिलान्यास की तिथि छह अगस्त को तय की गयी है. इसकी तैयारी का जायजा लेने सीकेपी के मंडल रेल प्रबंधक अर्जुन जाटोह राथौड रेलवे के अधिकारियों के साथ राजखरसावां पहुंचे. राजखरसावां रेलवे स्टेशन पहुंच कर कार्यक्रम को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये. हाथ ही राजखरसावां रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिये अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत होने वाले कार्यों पर भी अधिकारियों संग चर्चा की.
क्या है अमृत भारत योजना
भारतीय रेलवे ने रेलवे स्टेशनों के विकास को लेकर अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत की है. देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होगा. इसके तहत स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गयी है. इसमें स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, लिफ्ट/एस्केलेटर, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध करना है. साथ ही हर स्टेशन पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामांकित स्थान, भूनिर्माण आदि जैसी योजनाओं को भी शामिल करना है. इस योजना में इमारत में सुधार, शहर के दोनों किनारों के साथ स्टेशन को एकीकृत करना, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, गिट्टी रहित ट्रैक का प्रावधान, आवश्यकता के अनुसार ‘रूफ प्लाजा’, चरणबद्धता और व्यवहार्यता और निर्माण की भी परिकल्पना की गई है.