Anand Mahindra को चैटजीपीटी चलाकर कैसा लगा? शेयर किया एक्सपीरिएंस

Anand Mahindra Experience With OpenAI ChatGPT - महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के चीफ, उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने कहा कि वे ओपन एआई के चैटबॉट को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट इवेंट से पहले यूज कर रहे थे. इससे वे यह जान सकें कि तमिलनाडु में क्यों निवेश करना चाहिए. और वे इसे अपने भाषण में शामिल कर सकें.

By Rajeev Kumar | January 10, 2024 10:54 AM

Anand Mahindra Experience ChatGPT : आज दुनियाभर में चैटजीपीटी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की चर्चा है. लोग इससे तरह-तरह के काम ले रहे हैं. महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के चीफ, उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी ओपनएआई का चैटबॉट चैटजीपीटी यूज किया है और उन्होंने इसका एक्सपीरिएंस शेयर किया है. तमिलनाडु में आयोजित हुए ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दौरान चैटजीपीटी को यूज करने का एक्सपीरिएंस शेयर किया. आनंद महिंद्रा ने कहा कि इसमें ह्यूमन एक्सपीरियंस की कमी है और यह इंसानों की जगह नहीं ले सकता.

अपनी स्पीच के लिए चैटजीपीटी से इंफॉर्मेशन ले रहे थे आनंद महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने कहा कि वे ओपन एआई के चैटबॉट को इस इवेंट से पहले यूज कर रहे थे. इससे वे यह जान सकें कि तमिलनाडु में क्यों निवेश करना चाहिए. और वे इसे अपने भाषण में शामिल कर सकें. चैट जीपीटी को इस्तेमाल करने के बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि चैट जीपीटी का रिस्पॉन्स कुछ मामलों में बहुत इम्प्रेसिव था, लेकिन यह ह्यूमन एक्सपीरियंस को बीट नहीं कर सकता है.

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आनंद महिंद्रा ने चैटजीपीटी से क्या पूछा?

आनंद महिंद्रा ने बताया कि उन्होंने जब चैटजीपीटी से पूछा कि तमिलनाडु में क्यों निवेश करना चाहिए, तो इसके जवाब में चैट जीपीटी ने बताया कि तमिलनाडु इन्वेस्टमेंट के लिए एक अच्छी जगह इसलिए है, क्योंकि यहां अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर है. इसके अलावा, गवर्नमेंट सपोर्ट, स्किल्ड वर्कफोर्स, डेवलप्ड पोर्ट्स और अच्छी शिक्षा आदि जैसी बहुत कुछ है.

ह्यूमन एक्सपीरिएंस को मिस करता है

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि चैट जीपीटी की मदद से मैं एक अच्छी स्पीच तो दे सकता था, लेकिन इसमें तमिलनाडु के बारे में ह्यूमन एक्सपीरिएंस का टच नहीं था. उन्होंने कहा कि चैट जीपीटी अलग-अलग जगह से डेटा लेता है, लेकिन इन सबके बीच यह ह्यूमन एक्सपीरिएंस को मिस करता है, जो किसी भी सेक्टर के लिए एक बड़ा फैक्टर है.

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AI क्या सच में खा जाएगा आपकी नौकरी?

आनंद महिंद्रा की यह बात उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी है जो सोचते हैं कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की वजह से उनकी नौकरी चल जाएगी. भले ही एआई आपके काम को मिनटों में कर दे, लेकिन इसमें ह्यूमन टच की कमी रहेगी, जिसको केवल एक इंसान ही पूरा कर सकता है.

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