खाने को लेकर चर्चा का विषय बने क्वॉरेंटिन सेंटर में राजस्थान से आये अनूप ओझा, शरमाते हुए कहा- 20 लिट्टी, 53 रोटी और…
बक्सर : जिले के खरहाटांड़ पंचायत निवासी 23 वर्षीय युवक अनूप ओझा जिले में चर्चा का विषय बने हुए हैं. राजस्थान से बिहार के बक्सर पहुंचे अनूप ओझा को जिले के मझवारी गांव में बने क्वॉरेंटिन सेंटर में रखा गया है. आज गुरुवार को क्वॉरेंटिन सेंटर में 14 दिन पूरे होने पर उन्हें घर भेजने की तैयारी हो रही है. अनूप ओझा के घर जाने की खुशी जितनी उन्हें खुद हो रही है, उससे ज्यादा क्वॉरेंटिन सेंटर के रसोइये खुश हैं.
बक्सर : जिले के खरहाटांड़ पंचायत निवासी 23 वर्षीय युवक अनूप ओझा जिले में चर्चा का विषय बने हुए हैं. राजस्थान से बिहार के बक्सर पहुंचे अनूप ओझा को जिले के मझवारी गांव में बने क्वॉरेंटिन सेंटर में रखा गया है. आज गुरुवार को क्वॉरेंटिन सेंटर में 14 दिन पूरे होने पर उन्हें घर भेजने की तैयारी हो रही है. अनूप ओझा के घर जाने की खुशी जितनी उन्हें खुद हो रही है, उससे ज्यादा क्वॉरेंटिन सेंटर के रसोइये खुश हैं.
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जानकारी के मुताबिक, जिले के खरहाटांड़ निवासी 23 वर्षीय अनूप ओझा के खाने की चर्चा खूब हो रही है. क्वॉरेंटिन सेंटर में खाना बनानेवाले रसोइये भी अनूप की भूख से हैरान-परेशान रहे हैं. मीडिया कर्मियों से बातचीत में उन्होंने शरमाते हुए बताया कि 20 लिट्टी खाने के बाद 53 रोटी चट कर गये. उसके बाद खाने की प्लेट लेकर भोजन के लिए फिर कतार में खड़े हैं. अनूप की भूख को देख कर क्वॉरेंटिन सेंटर में उन्हें कुंभकर्ण की संज्ञा दी जाने लगी. उनके भोजन के कारण से क्वॉरेंटिन सेंटर में रह रहे लोगों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. 23 वर्षीय अनूप के लिए भरपेट भोजन का इंतजाम करना भी मुश्किल होने लगा.
अनूप के खाने की खुराक को देख कर क्वॉरेंटिन सेंटर के सभी लोग हैं. अकेले ही करीब दस लोगों का भोजन अनूप चट कर जाता है. क्वॉरेंटिन सेंटर के लोगों का कहना है कि नाश्ते की खुराक में तीन दर्जन से ज्यादा रोटी खाने के बावजूद कई प्लेट चावल खा जाता है. एक बार में 70-80 लिट्टी खा जाने के बावजूद उसका पेट नहीं भरता है. क्वॉरेंटिन सेंटर के लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले खाने में लिट्टी बनी थी. करीब 80 लिट्टी खाने के बाद जब अनूप ने कहा कि अभी पेट नहीं भरा, तो हम सभी हैरान हो गये.
अनूप के भोजन से क्वॉरेंटिन सेंटर के रसाइये से लेकर अधिकारी भी हैरान-परेशान हैं. क्वॉरेंटिन सेंटर में रखे गये लोगों के लिए जब राशन जल्द खत्म हो गया, तो अधिकारियों ने कारण पता किया. उसके बाद अनूप के खाने का खुलासा हुआ. अधिकारियों को जब विश्वास नहीं हुआ, तो एक दिन प्रखंड के अधिकारी भी भोजन के समय क्वॉरेंटिन सेंटर पहुंचे. अपनी आंखों से अनूप की खुराक देख कर वे भी हैरान रह गये. सिमरी के बीडीओ अजय कुमार सिंह के मुताबिक, अनूप नाश्ते में करीब 40 रोटियां खा लेता है. रसोइया भी अनूप के खाने को लेकर रोटी बनाने से इनकार कर दिया. हालांकि, अब उनकी मुश्किलें खत्म हो जायेंगी. आज अनूप को उनके गांव खरहाटांड़ भेजा जा रहा है.