West Bengal Election 2021: फिर तृणमूल में सेंध लगाने की तैयारी, भाजपा में शामिल हो सकते हैं जितेंद्र तिवारी समेत कई नेता

West Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में एक बार फिर सेंध लग सकती है. खबर है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की बंगाल यात्रा के दौरान आसनसोल नगर निगम के प्रशासक जितेंद्र तिवारी समेत कई दलों के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों जितेंद्र तिवारी को कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष, मुकुल रॉय जैसे नेताओं के साथ एक होटल में देखा गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2020 4:57 PM

West Bengal Election 2021: कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में एक बार फिर सेंध लग सकती है. खबर है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की बंगाल यात्रा के दौरान आसनसोल नगर निगम के प्रशासक जितेंद्र तिवारी समेत कई दलों के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों जितेंद्र तिवारी को कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष, मुकुल रॉय जैसे नेताओं के साथ एक होटल में देखा गया.

इसके बाद से ही इस बात की चर्चा तेज हो गयी है कि 9 एवं 10 जनवरी को जेपी नड्डा की बंगाल यात्रा के दौरान कई दलों के नेता भाजपा का झंडा थामेंगे. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि मेदिनीपुर में अमित शाह की रैली में एक साथ 34 नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद इस बार कौन-कौन लोग सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटका दे सकते हैं.

चर्चा के दौरान ही जितेंद्र तिवारी का नाम सामने आ रहा है. आसनसोल नगर निगम के प्रशासक और पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र के तृणमूल विधायक जितेंद्र तिवारी मेदिनीपुर में अमित शाह की रैली में ही भाजपा का झंडा थाम लेते, अगर केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो, भाजपा की पश्चिम बंगाल की महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल सरीखे नेताओं ने उनका विरोध नहीं किया होता.

Also Read: पश्चिम बंगाल में सौरभ गांगुली होंगे भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार? दिलीप घोष ने दिया ये जवाब

सूत्रों की मानें, तो सोमवार (28 दिसंबर, 2020) की रात को कोलकाता के इएम बाइपास स्थित एक होटल में जितेंद्र तिवारी की भाजपा नेताओं के साथ एक बैठक हुई. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के अलावा शांतनु ठाकुर भी मौजूद थे. यह भी बताया जा रहा है कि इसके पहले शीर्ष नेतृत्व की बाबुल सुप्रियो के साथ एक बैठक हुई थी.

बहरहाल, देखना यह है कि 9 जनवरी, 2021 को दो दिन की यात्रा पर बंगाल आ रहे जेपी नड्डा के हाथों जितेंद्र तिवारी भाजपा का झंडा थामते हैं या अमित शाह के आने का इंतजार करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस बार 3 दिन की यात्रा पर बंगाल आयेंगे. हावड़ा के डोमजूर में वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे.

Also Read: क्रूरता की हदें पार कर जाता था कुत्तों से संबंध बनाने वाला कोलकाता का सिरफिरा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में वर्ष 2021 में अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अपना गढ़ बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, तो वहीं विपक्षी पार्टी भाजपा को लगता है कि वह इस बार टीएमसी को पटकनी दे सकती है, इसलिए उसने भी एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं. भाजपा ने 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.

Also Read: विधानसभा चुनाव 2021 से पहले तृणमूल ने की राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version