‘भीड़ को लोगों का प्यार मिला, लेकिन सिनेमाघर पूरी तरह से खाली है…’, जानें क्यों अनुभव सिन्हा ने कहा ऐसा
भीड़ को ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माया गया है. अनुभव, सौम्या तिवारी और सोनाली जैन द्वारा लिखित, इसमें राजकुमार राव, भूमि पेडनेकर, पंकज कपूर और दीया मिर्जा सहित कई कलाकार हैं. इस फिल्म को समीक्षकों से भी सकारात्मक समीक्षाएं मिलीं.
अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘भीड़’ 24 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म उन प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा को दिखाती है जिन्हें लॉकडाउन के दौरान शहरों से अपने गांव वापस जाने के मजबूर होना पड़ा. लेकिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. अनुभव सिन्हा कहते हैं कि वह इस बात को लेकर असमंजस में थे कि लोग फिल्म को ऑनलाइन पसंद करने की बात कर रहे हैं, लेकिन यह देखने के लिए सिनेमाघरों में जाने वाले लोगों में तब्दील नहीं हुआ.
भीड़ को ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माया गया है
भीड़ को ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माया गया है. अनुभव, सौम्या तिवारी और सोनाली जैन द्वारा लिखित, इसमें राजकुमार राव, भूमि पेडनेकर, पंकज कपूर और दीया मिर्जा सहित कई कलाकार हैं. इस फिल्म को समीक्षकों से भी सकारात्मक समीक्षाएं मिलीं. बॉक्स ऑफिस के मिले-जुले परिणाम और जिन लोगों ने इसे देखा था, उनकी सकारात्मक प्रतिक्रिया ने इसके रिलीज होने के बाद अनुभव को भ्रमित कर दिया.
समय के साथ आप जीना सीख जाएंगे
गलाता प्लस पर समीक्षक भारद्वाज रंगन के साथ फिल्म पर चर्चा करते हुए अनुभव ने खुलासा किया कि यह उनकी फिल्म का सबसे विचित्र परिणाम था जिसे उन्होंने एक्सपीरियंस किया था. उन्होंने साझा किया, “कभी-कभी आप एक ऐसी फिल्म बनाते हैं जिसे अस्वीकार कर दिया जाता है और आप समझते हैं कि भले ही यह एक अच्छी फिल्म हो, लोग इससे जुड़े नहीं. समय के साथ आप जीना सीख जाएंगे. या आप ऐसी फिल्म बनाते हैं जहां लोग प्यार करते हैं और वे सिनेमाघरों में जाते हैं इसे देखते हैं.”
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लेकिन सिनेमाघरों में कोई नहीं है
उन्होंने आगे कहा, “इस फिल्म को इतना प्यार, प्रशंसा और सम्मान मिला है. लोग इसके बारे में व्हाट्सएप और फेसबुक पेज लिख रहे हैं, मैंने जितनी समीक्षाएं पढ़ी हैं, उससे कहीं अधिक. लेकिन सिनेमाघरों में कोई नहीं है. यह थोड़ा विचित्र लग रहा है. मैं आधा खुश और आधा साज़िश में खाया लग रहा हूं.”