West Bengal: अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल व सीए को ईडी ने 2 नवंबर को किया तलब

पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश में हुए मवेशियों की तस्करी के मामले में धनशोधन पहलू की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को सुकन्या मंडल को नयी दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं गयी. ईडी ने सुकन्या को फिर नोटिस भेजा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2022 11:28 AM
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पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश में हुए मवेशियों की तस्करी के मामले में धनशोधन पहलू की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mandal) की बेटी सुकन्या मंडल (Sukanya Mandal) को नयी दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं गयीं. सुकन्या ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी से कुछ समय मांगा था. हालांकि, इसके दूसरे ही दिन शुक्रवार को ईडी ने सुकन्या को फिर नोटिस भेजा. साथ ही अनुब्रत मंडल के चार्टर्ड एकाउंटेंट मनीष कोठारी को भी तलब किया गया है.

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2 नवंबर को नयी दिल्ली स्थित मुख्यालय में हाजिर होने का निर्देश

ईडी ने अनुब्रत मंडल के चार्टर्ड एकाउंटेंट मनीष कोठारी व बेटी सुकन्या मंडल को 2 नवंबर को नयी दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में हाजिर होने को कहा है. बताया जा रहा है कि ईडी ने कोठारी को अनुब्रत की वित्तीय लेन-देन संबंधित दस्तावेज लाने को कहा गया है. इसके पहले मनीष से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है. छह वर्षों में सुकन्या की वार्षिक आय 1.42 करोड़ बढ़ी. सीबीआई ने जब सुकन्या से पूछताछ की थी, तब उसने भी केंद्रीय जांच एजेंसी को कहा था कि अनुब्रत के वित्तीय संबंधी जानकारी कोठारी ही दे पायेंगे.

ईडी सुकन्या की कंपनियों के वित्तीय लेन-देन का पता लगाने में जुटी

सूत्रों के अनुसार, ईडी सुकन्या की कंपनी एएनएम एग्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड और नीर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड की वित्तीय लेन-देन के बारे में पता लगाना चाहती है. सुकन्या दोनों फर्मों में दो निदेशकों में से एक है. साथ ही सुकन्या की आय संबंधी ब्योरा भी जुटाने की कोशिश की जा रही है. सीबीआई की जांच में पता चला था कि सुकन्या मंडल की वार्षिक आय वित्तीय वर्ष 2013-14 में करीब 3.10 लाख रुपये थी, जो वित्तीय वर्ष 2020-21 में बढ़कर करीब 1.45 करोड़ रुपये हो गयी. इसके अलावा उनके पास तीन करोड़ रुपये की सावधि जमा भी है. पेशे से शिक्षिका होने के बाद उनकी संपत्ति में कैसे इजाफा हुआ, यह ईडी की जांच का हिस्सा है.

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