Agra Pollution: आगरा में जहरीली हुई हवा, खुले में जलने वाला कूड़ा और कारखानों का धुआं सांसों के लिए बना संकट
दीपावली के बाद से ही आगरा की हवा में सुधार नहीं आ रहा है. कभी ज्यादा तो कभी कम हवा में प्रदूषण का जहर घुला हुआ है. ऐसे में आगरा में जगह-जगह जलाए जाने वाले कूड़े भी इसका बड़ा कारण बताए जा रहे हैं. साथ ही बड़े-बड़े निर्माण कार्यों में लापरवाही बरते जाना भी वायु प्रदूषण का कारण बन रहा है.
Agra News: उत्तर प्रदेश में ताजनगरी आगरा की हवा अभी भी साफ नहीं हुई है. लोगों के लिए अभी भी ताज नगरी में सांस लेना मुश्किल बना हुआ है. आगरा में सर्वाधिक खराब सेक्टर 38 बी आवास विकास कॉलोनी 147 एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा आगरा में हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बड़ी हुई है. सर्वाधिक मात्रा आगरा के संजय प्लेस में करीब 40 गुना से भी अधिक दर्ज की गई. लेकिन, आगरा में जगह-जगह जलने वाले कूड़े और फैक्टरियों से निकलते धुएं पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है. जबकि मंडलआयुक्त की ओर से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किए जा चुके हैं.
दीपावली के बाद से ही आगरा की हवा में सुधार नहीं आ रहा है. कभी ज्यादा तो कभी कम हवा में प्रदूषण का जहर घुला हुआ है. ऐसे में आगरा में जगह-जगह जलाए जाने वाले कूड़े भी इसका बड़ा कारण बताए जा रहे हैं. साथ ही बड़े-बड़े निर्माण कार्यों में लापरवाही बरते जाना भी वायु प्रदूषण का कारण बन रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशनों पर एकत्रित आंकड़ों के आधार पर जारी रिपोर्ट के अनुसार रविवार को शहर में मनोहरपुर, दयालबाग, रोहता और शाहजहां गार्डन में एक्यूआई संतोषजनक पाया गया. इसके अलावा संजय प्लेस, सेक्टर 38 बी आवास विकास कॉलोनी व शास्त्रीपुरम में थोड़ा प्रदूषित स्थिति में रहा. संजय प्लेस में शहर में हवा सर्वाधिक खराब रही. वहीं सोमवार को आगरा के सेक्टर 38 आवास विकास कॉलोनी में 147 दर्ज किया गया.
सीपीसीबी के निदेशक कमल कुमार ने बताया कि ईंधन के पूरी तरह नहीं जलने की वजह से हवा में घुली कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ सकती है. शहर में जाम लगने की वजह से भी यह स्थिति पैदा होती है. आगरा में जारी आंकड़ों के अनुसार सुबह 9:00 बजे आगरा विकास सेक्टर 38 आवास विकास कॉलोनी 147, रोहता 142, संजय प्लेस 132, मनोहरपुर में 127 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किए गए.