झारखंड : राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव शुरू, उदघाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने की बड़ी घोषणा
राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने देश के आदिवासियों को एक जुट होकर समाज हित में कार्य करने की अपील की. इसमें आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक प्रगति पर खास तौर से जोर दिया गया.
शचिंद्र कुमार दाश/आनंद हुराद :
पश्चिमी सिंहभूम से सटे ओडिशा के क्योंझर जिला के उत्सव मैदान में सर्व भारतीय आदिवासी कम्युनिटी के तत्वावधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव शनिवार से शुरू हुई. राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का उदघाटन भारत सरकार के जनजातीय मामलों के कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा, राज्य मंत्री विशेश्वर टुडू समेत अन्य ने दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर किया. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आदिवासी समुदाय के लोग पहुंचे हैं. महोत्सव में मुख्य रुप से आदिवासियों की कला, संस्कृति, परंपरा, भाषा, साहित्य, शिक्षा, स्वास्थ्य के विषय में चर्चा की गयी.
कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने देश के आदिवासियों को एक जुट होकर समाज हित में कार्य करने की अपील की. महोत्सव में आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक प्रगति पर खास तौर से जोर दिया गया. इस दौरान अलग-अलग 20 स्टॉल लगा कर विभिन्न राज्यों से संबंधित प्रदर्शनी लगायी गयी थी. कार्यक्रम के बीच में जोरदार बारिश व आंधी हुई. इससे अतिथियों का संबोधन कुछ देर के लिए प्रभावित हुआ.
कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को स्मृति चिह्न देकर किया गया सम्मानित
उदघाटन के बाद आदिवासी महोत्सव में पहुंचे अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से सर्व भारतीय आदिवासी कम्यूनिटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम गागराई, उपाध्यक्ष सुखराम पाहन, सचिव जगन्नाथ टुटी, रसानंद बेहरा, त्रिबिक्रम नायक, जगन्नाथ टूटी, हिमांशु सुलांकी, बबलू मुंडा, सोहन लाल हुराद, रमेश सुलांकी, सुखराम पाहन, रोहित मुंडा, दुबराज हेंब्रम, सौरव नाग, निर्मल नाग, अनंत टुडू, घसीनाथ ओराम, सजल नाग, डुमरुधर बारीक़, रमेश नाग समेत कई लोग उपस्थित थे. कर्यक्रम के अंत में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कई लोगों को सम्मानित किया.
जनजातीय समाज के सर्वांगिण विकास के लिए निरंतर हो रहे कार्य : अर्जुन मुंडा
कार्यक्रम के बाद जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मीडिया से खास बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में केंद्र सरकार जनजातियों के उत्थान में लगातार काम कर रही है. सरकार का प्रयास है कि आदिवासी बच्चों को हर क्षेत्र में अवसर मिले. जनजातीय मंत्रालय जल्दी ही देश भर में 740 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय खोलेगी. जहां उन्हें बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य के साथ साथ स्वरोजगार से भी जोड़ने का प्रयास होगा. उन्होंने सफल आयोजन के लिए आयोजनकर्ताओं को बधाई भी दी.