आगरा. जीआरपी आगरा कैंट ने 22 जून को आंध्र प्रदेश एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा के दौरान विशाखापट्टनम के यात्री के साथ हुई चोरी की वारदात का खुलासा कर दिया है. इस वारदात में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके पास से पुलिस ने करीब 860000 हजार के गहने और अन्य सामान बरामद किए हैं. एयरफोर्स कर्मी के चुराए हुए एक-एक सामान को भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक रेलवे ने बताया कि करीब 5 दिन की कड़ी मेहनत और 300 सीसीटीवी व 700 ऑटो की तलाश के बाद दोनों अभियुक्तों को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है. कानूनी कार्रवाई कर दोनों अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है. यह लोग एसी की टिकट लेकर कोच में सवारी करते थे और आधी रात को यात्रियों को लूट व चोरी का शिकार बनाते थे.
जानकारी के अनुसार, विशाखापट्टनम के रहने वाले आई एके मुरली कृष्ण दिल्ली में एयरफोर्स में तैनात हैं. अपनी पत्नी और बच्चे के साथ वह 22 जून को आंध्र प्रदेश एक्सप्रेस द्वारा कोच बी 7 में विशाखापट्टनम से दिल्ली के लिए यात्रा कर रहे थे. सुबह तड़के करीब 4:45 पर जब उनकी आंख खुली तो उन्होंने अपने पास रखे हुए बैग को तलाशा. जिसमें उनके गहने और नगदी रखी हुई थी, जिसकी कीमत उन्होंने करीब 6 लाख रुपए बताई. लेकिन जब उन्हें बैग बरामद नहीं हुआ. आसपास देखने पर भी जब बैग का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने जीआरपी आगरा कैंट को इसकी सूचना दी. जिसके बाद जीआरपी कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस घटना का खुलासा करने के लिए टीम गठित कर जांच पड़ताल शुरू कर दी.
पुलिस अधीक्षक रेलवे मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि यात्री द्वारा चोरी की सूचना देने के बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और उसके बाद पुलिस उपाधीक्षक रेलवे आगरा नईम खान मंसूरी के निर्देशन व थाना जीआरपी प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में सर्विलांस सहित पांच टीमों का गठन कर दिया गया. आगरा कैंट के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पता चला कि दोनों आरोपी भीमसेन और लवकुश कुशवाहा आगरा कैंट स्टेशन से एक ऑटो द्वारा बैग लेकर फरार हो गए. सीसीटीवी में ऑटो कैद हो गया. लेकिन, उस ऑटो का नंबर ना दिखने के कारण जीआरपी को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
आगरा, धौलपुर और ग्वालियर के कई सीसीटीवी देखे गए. जिसमें करीब 300 सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पता चला कि आरोपी भीमसेन और लवकुश कुशवाहा आगरा कैंट से एक ऑटो के बाद एक ट्रैवल कंपनी की बस में ग्वालियर के लिए बैठ गए. ग्वालियर में पहुंचने के बाद सीसीटीवी की मदद से उनका सुराग लगाया गया. जिसे जानकारी मिली कि वह बस से उतरने के बाद ऑटो में बैठे हैं. ग्वालियर में सीसीटीवी की संख्या कम होने के चलते 700 ऑटो की तलाश की गई और उनके चालकों से पूछताछ की गई. जिसके बाद पता चला कि आरोपी अपने गांव की तरफ गए हैं. गांव में सीसीटीवी ना होने के चलते फोटो दिखाकर उनके बारे में सुराग लगाया गया तब जाकर कहीं उनका पता चला और उन्हें गिरफ्तार किया गया.
पुलिस अधीक्षक रेलवे मोहम्मद मुस्ताक द्वारा बताया गया कि 22 वर्षीय भीमसेन उर्फ भीमा पुत्र रामकुमार, हरि रामपुरा, थाना मालनपुर जिला भिंड का रहने वाला है. लवकुश कुशवाहा पुत्र बलवीर कुशवाहा भी इटाइली थाना मालनपुर जिला भिंड का रहने वाला है. यह दोनों अभियुक्त 25-25 हजार रुपए के इनामी है. इन्हें आगरा में 26 जून को टैंक चौराहा नामनेर रोड हजरत हीगन शाह वाले बाबा की मजार के पास से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक रेलवे ने बताया कि भीमा और लवकुश कुशवाहा की मुलाकात जेल में हुई थी. दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई. जिसके बाद जेल से बाहर निकल कर दोनों ने ट्रेन में चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया.
Also Read: बरेली के निजी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड, जीभ के ऑपरेशन के बजाय खतना करने का था आरोप, जानें मामला
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि यह दोनों लोग आपस में मिलकर अपना गिरोह चलाते हैं. ट्रेनों के एसी कोच की टिकट लेकर अलग-अलग राज्यों की यात्रा करते हैं. चोरी की और लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं. यात्रा के दौरान यह दोनों लोग पहले यात्रियों की रेकी कर लेते हैं. जो महिलाएं अपने परिवार के साथ शादी समारोह में शामिल होने के लिए जेवरात लेकर यात्रा करती हैं और जब रात्रि में सो जाती हैं. तो यह लोग एसी कोच में उन महिलाओं के पर्स, कीमती सामान और मोबाइल चोरी कर लेते हैं या फिर ट्रेन की गति धीमी होने पर छीन कर भाग जाते हैं. दोनों अभियुक्तों से करीब 860000 का माल बरामद किया गया है, जिसमें पीड़ित आई एके मुरली कृष्ण का जितना भी सामान चोरी हुआ था उसे पूर्णतः बरामद कर लिया गया है. घटना का खुलासा करने वाली टीम को 25000 का इनाम भी दिया जाएगा.
प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार द्विवेदी थाना जीआरपी आगरा कैंट, निरीक्षक राजीव कुमार, उप निरीक्षक अरविंद कुमार, उप निरीक्षक सत्यपाल सिंह, कॉन्स्टेबल अंतिम चौधरी, कॉन्स्टेबल विजय सिंह, कॉन्स्टेबल रोहित कुमार, कॉन्स्टेबल तिलक नारायण, कॉन्स्टेबल करण यादव, कॉन्स्टेबल अतुल, कॉन्स्टेबल ऋषि कुमार, कॉन्स्टेबल राजवीर.
https://www.youtube.com/watch?v=Gp8ZIHtiHRo%E0%A4%82