Masik Shivratri 2022: आषाढ़ का महीना हिंदू कैलेंडर के अनुसार चौथा महीना होता है. ऐसी मान्यता है कि इस महीने में देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है. इस महीने को कामना पूर्ति का महीना कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस महीने पूजा-पाठ करने से भोलेनाथ सारी मनोकामना पूरी कर देते हैं. 27 जून दिन सोमवार को आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) के अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है.
आषाढ़ मास की शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 27 जून को सुबह 3 बजकर 25 मिनट पर है. यह अलगे दिन 28 जून को सुबह 5 बजकर 52 मिनट पर खत्म होगा. ऐसे में व्रत रखने का सबसे उत्तम दिन सोमवार 27 जून का है.
27 जून सोमवार को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है. शाम से लेकर पूरी रात तक बनने वाला अमृत सिद्धि योग भी इस दिन को और विशेष बनाता है. मासिक शिवरात्रि पर अमृत सिद्धि योग 04:02 बजे से अगली सुबह 05:26 बजे तक है.
मासिक शिवरात्रि व्रत की खास विधि बताई गई है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए सुबह स्नान के निवृत होकर मंदिर में जाकर शिवजी को जल अर्पित किया जाता है. साथ ही शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, भांग, धतूरा इत्यादि अर्पित किया जाता है. शिवजी की पूजा करते वक्त ओम् नमः शिवाय मंत्र का जाप किया जाता है. जो लोग शिवरात्रि का व्रत रखते हैं वे फलाहार करते हैं. अगले दिन भगवान शिव की पूजा करन के बाद दान करके व्रत का पारण किया जाता है. इस दिन भगवान शिव का रूद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ माना गया है.
ऐसा माना जाता है कि एक बार भोलेनाथ प्रसन्न हो जाए तो जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन आप सफेद, पीला, हरा और लाल रंग का वस्त्र जरूर धारण करें. इस दिन सफेद चीजों का दान करना अच्छा माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि दान करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं.