Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के फरीदपुर में लखनऊ हाईवे पर स्थित जेड गांव में अशोका फोम फैक्ट्री में बुधवार रात अचानक भीषण आग लग गई. इसमें 4 मजदूर जिंदा जल गए, तो वहीं 6 मजदूर झुलस गए थे. इससे खफा मृतकों के परिजनों ने गुरुवार दोपहर बरेली- लखनऊ हाईवे जाम कर दिया. हाईवे पर वाहनों का लंबा जाम लग गया. कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की. मगर, हाइवे पर बैठी महिलाएं मानने को तैयार नहीं थीं.
इसके साथ ही बीच में ट्रैक्टर ट्राली खड़ा कर दिया गया. वह फैक्ट्री प्रबंधन पर कार्रवाई के साथ अफसरों को बुलाने की मांग कर रही थीं. इसके बाद पुलिस ने समझाया, तब लोग शांत हुए. मृतकों के परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर इंश्योरेंस (बीमा) की राशि के लिए आग लगवाने का आरोप लगाया. बोले, मशीन का सिलेंडर काफी पुराना था.
उसको बदलने के लिए कई बार बोला गया था, लेकिन नहीं बदला गया. पुलिस ने पीड़ितों की मांग पर मृतक अरविंद मिश्रा के भाई प्रमोद मिश्रा की ओर से फैक्ट्री मालिक नीरज गोयल, अशोक गोयल, मैनेजर अजय सक्सेना समेत पांच अन्य लोगों पर गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद लोग शांत हुए, तब वाहनों का जाम खुल सका.
अशोका फैक्ट्री में गद्दे के लिए फोम बनाई जाती है. यहां 5 फैक्ट्रियां हैं. बुधवार रात फैक्ट्री में अचानक आग लग गई. इससे मशीन में तेज धमाका हुआ. उस दौरान फैक्ट्री में करीब 50 मजदूर बताए जा रहे हैं. बहुत तेजी के साथ आसमान की तरफ आग की लपटें उठने लगी. यह देखकर गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी. आग की सूचना पर बरेली, परसाखेड़ा, फरीदपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भेजी गई. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने की कोशिश में जुटी हैं. घटना की सूचना पर डीएम,और एसएसपी पहुंच गए थे.
फैक्ट्री में देर रात तक 4 शव मिले थे. इसमें फरीदपुर के केसरपुरा गांव निवासी मजदूर राकेश कुमार (34 वर्ष), हरहरपुर निवासी अरविंद (28 वर्ष) बताए गए हैं. इसके अलावा दो और शव मिले हैं. मगर, यह आग से झुलसे हैं. इनको पहचानना मुश्किल है, लेकिन परिजनों ने तीसरा शव फरीदपुर के अनूप का बताया है. इसके साथ ही रवि, बबलू, हंसराज समेत 6 मजदूर झुलस गए हैं. इनको इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
अशोका फोम फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लगी थी. उसके बाद मशीन में तेज धमाका हुआ. इसके कुछ देर बाद ही लोहे के एंगल का ढांचा भरभरा कर नीचे गिर गया. इसमें ही मजदूरों के दबने की बात सामने आ रही है. एंगल का ढांचा गिरने के बाद मजदूरों ने जान बचाने को जोर-जोर से चीख पुकार की थी.
मगर, आग की तेज लपटों के कारण कोई बचाने के लिए नहीं घुसा. फैक्ट्री में 50 मजदूरों के होने की बात सामने आई है. मगर, देर रात तक 4 शव मिले हैं. इसमें से 3 की पहचान हो गई है. इससे पूर्व भी फैक्ट्री में कई बार आग लग चुकीं है. इसमें फरीदपुर क्षेत्र के सुकटिया संगवारी गांव निवासी एमवीए स्टूडेंट धर्मेंद्र की भी मौत हो गई थी.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली