वाराणसी: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बोले- ज्ञानवापी में बनेगा भव्य मंदिर, बिहार में दुशासन बाबू का राज
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने ज्ञानवापी मामले में सर्वे के आदेश का स्वागत करते हुए अयोध्या की तर्ज पर काशी में भी भव्य मंदिर निर्माण की उम्मीद जताई है. वहीं उन्होंने विपक्ष पर मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 2024 में एक बार फिर भाजपा की जीत होगी.
Varanasi: दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेशन और एक्सपो में शामिल होने आए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलायंस ( I-N-D-I-A) को लेकर तंज कसा है.
जनता विपक्ष को नहीं करेगी माफ
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने वाराणसी में कहा कि जैसे अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी बनाकर भारत को लूटा था, वैसे ही तमाम भ्रष्टाचारी और लुटेरों ने भारत की जनता को ठगने के लिए अपना नाम बदलकर इंडिया रखा है. ईस्ट इंडिया कंपनी का दूसरा नाम इंडिया रखकर इन लोगों ने भारत को लूटने की साजिश की है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये अपना नाम इंडिया रख लें या कुछ भी रख लें. लेकिन, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी. मैं कहता हूं कि वो अपना नाम भारतीय रखें ताकि उन्हें सदबुद्धी मिले. विपक्ष के लोग मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं. सपने देखने में कोई हर्ज नहीं है.
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केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इससे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर जगत कल्याण की कामना की. उन्होंने ज्ञानवापी के वजू खाने को छोड़कर पूरे परिसर के एएसआई सर्वे के लिए कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले का स्वागत किया है.
उन्होंने कहा कि यह फैसला सनातन धर्मावलंबियों के लिए और यहां के लोगों की भावना के अनुकूल है. ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे तो महज एक शुरुआत है. मुझे भरोसा है कि अयोध्या की तरह ज्ञानवापी में भी महादेव का भव्य मंदिर बनेगा.
प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री की संवेदना का अंदाजा नहीं
मणिपुर की घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि जहां नारी की पूजा नहीं होती वहां नाश होता है. मणिपुर की घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के मध्य प्रदेश में दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को यह नहीं मालूम कि मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री की किस तरह की संवेदना है और वह किस तरह से व्यथित हैं. प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश में एक रैली के दौरान मणिपुर की घटना पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए थे.
विपक्ष अपनी सरकारों में महिला अत्याचार को देखे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रियंका जी, ममता जी हो या कोई भी जी हो वह बंगाल में राजस्थान में जरा वह अपने दहलीज में देखें क्या होता है. उनके यहां की महिलाओं के साथ बलात्कार, अत्याचार, दुराचार हो रहा है. ममता बनर्जी ने 2024 के लिए हमारा ही नारा ले लिया है भारत जीतेगा. इसमें कहीं दो मत नहीं है हम ही जीतेंगे.
बिहार में दुशासन बाबू का राज
केंद्रीय मंत्री ने बिहार की सियासत पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि कि बिहार में अब सुशासन नहीं दुशासन बाबू का राज है. दुशासन बाबू भ्रष्टाचारियों की गोद में बैठ गए हैं. केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भविष्य में नीतीश कुमार की पार्टी का भाजपा से गठबंधन की संभावना पर कहा कि नीतीश कुमार में बचा क्या है? वह पलटू राम हैं. वह पलट-पलट कर खत्म हो चुके हैं. इस बार ऐसी पलटी मारेंगे कि राजनीति से किनारा कर लेंगे.
41 देशों के प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल
दुनिया के सबसे बड़ा इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेशन और एक्सपो का शुभारंभ शनिवार से वाराणसी स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में हुआ है. इस तीन दिवसीय आयोजन में देश भर के 468 मंदिर प्रमुखों के साथ 41 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इसमें 32 देश ऑनलाइन जुड़ें हैं और नौ देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं.
तीन दिनों में इन विषयों पर होगी चर्चा
तीन दिनों के आयोजन में मंदिर की सुरक्षा, संरक्षण व निगरानी, फंड प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता और पवित्रता के साथ ही साथ साइबर हमलों से सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी का उपयोग और एक सुदृढ़ मंदिर समुदाय को बढ़ावा देने पर विमर्श होगा.
कार्यक्रम में तीर्थयात्रियों के अनुभव के तहत भीड़ और कतार प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और आधारभूत संरचना में विस्तार जैसे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी. एक्सपो की आयोजक संस्था के संस्थापक गिरेश कुलकर्णी ने बताया कि तीन दिनों के महासम्मेलन के बाद सभी मंदिरों के लिए श्वेत पत्र जारी किया जाएगा और आने वाले भविष्य में देश भर के सभी मंदिरों को इससे जोड़ा जाएगा. वाराणसी के 150 मंदिरों के प्रतिनिधियों को इस आयोजन में आमंत्रित किया गया है.
विशेषज्ञ कार्यशालाओं में रखेंगे अपनी बात
महासम्मेलन में अलग-अलग विषयों पर कार्यशालाएं होंगी. इसमें बौद्धिक संपदा अधिकार, सांस्कृतिक संवर्धन, तीर्थयात्रियों की सुविधा व सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, ऑनलाइन आयोजन, वैश्विक स्तर तक मंदिरों की पहुंच और ठोस कचरा प्रबंधन पर मंथन होगा. सभी कार्यशालाओं में विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे.
इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो (आईटीसीएक्स) दुनिया भर के मंदिरों के प्रबंधन को लेकर कार्य करता है. इसके जरिए मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाकर उनके विचार साझा किए जाते हैं. इसके साथ ही मंदिरों में स्वच्छता, कुशल वित्तीय प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुविधा सहित विभिन्न अहम मुद्दों पर एक दूसरे से जानकारी साझा करने के साथ उन पर गहन चर्चा की जाती है, जिससे व्यवस्था बेहतर हो सके.