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बंगाल विधानसभा उपचुनाव स्थगित, विधायकों की मौत से खाली हैं चार सीटें

कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : पश्चिम बंगाल में पिछले एक वर्ष में राज्य में चार विधायकों की मौत से विधानसभा की चार सीटें रिक्त हो गयी हैं. इन सीटों पर उपचुनाव स्थगित कर दिये गये हैं. इसकी वजह है कि अगले वर्ष ही राज्य में विधानसभा चुनाव होगा. इसमें करीब छह महीने का वक्त बचा है. ऐसे में चुनाव आयोग ने असम, केरल और तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की खाली सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया है. आज चुनाव आयोग ने 56 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2020 5:34 PM

कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : पश्चिम बंगाल में पिछले एक वर्ष में राज्य में चार विधायकों की मौत से विधानसभा की चार सीटें रिक्त हो गयी हैं. इन सीटों पर उपचुनाव स्थगित कर दिये गये हैं. इसकी वजह है कि अगले वर्ष ही राज्य में विधानसभा चुनाव होगा. इसमें करीब छह महीने का वक्त बचा है. ऐसे में चुनाव आयोग ने असम, केरल और तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की खाली सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया है. आज चुनाव आयोग ने 56 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की है.

पिछले एक वर्ष में चार विधायकों की मौत हुई है. इनमें अवनी मोहन जोआरदार, तमनाश घोष, देवेंद्र नाथ रॉय और समरेश दास शामिल हैं. अवनी मोहन जोआरदार, कृष्णनगर उत्तर विधानसभा सीट से विधायक थे. तमनाश घोष, फलता विधानसभा सीट से विधायक थे. देवेंद्र नाथ रॉय, हेमताबाद के विधायक थे, जबकि समरेश दास एगरा सीट से विधायक थे.

पश्चिम बंगाल की विधानसभा सीटों के बारे में चुनाव आयोग का कहना है कि एक तरफ उप चुनाव कराने को लेकर दिक्कतें हैं और दूसरी ओर इन सभी राज्यों में अगले साल मई में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में चुनाव आयोग ने असम, केरल और तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की खाली सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया है.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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