विधानसभा चुनाव 2021: शुभेंदु को मिला ममता के खिलाफ टिकट तो बोले TMC सांसद शिशिर अधिकारी- बड़े अंतर से जीतेगी BJP
Assembly Election 2021, Contest of Nandigram Seat: बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए 57 नामों की घोषण की गयी है. पहले से लगाये जा रहे कयासों के मुताबिक नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी को टिकट दिया है. ममता बनर्जी के यहां से चुनाव लड़ने के एलान के बाद से ही यह सीट सबसे हॉट सीट हो गयी है.
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए 57 नामों की घोषण की गयी है. पहले से लगाये जा रहे कयासों के मुताबिक नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी को टिकट दिया है. ममता बनर्जी के यहां से चुनाव लड़ने के एलान के बाद से ही यह सीट सबसे हॉट सीट हो गयी है.
शुभेंदु अधिकारी को नंदीग्राम सीट से टिकट दिये जाने के बाद के पिता टीएमसी सांसद शिशिर अधिकारी ने कहा कि शुभेंदु बड़े अंतर से नंदीग्राम को जीतेंगे. एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल ने मेदिनीपुर के लोगों का दिल तोड़ दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी को नंदीग्राम से लड़ने के लिए अड़े नहीं रहना चाहिए था.
वहीं शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं नंदीग्राम का ‘भूमिपुत्र’ हूं . ममता बनर्जी यहां के लिए एक बाहरी व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मैं पीएम मोदी के नेतृत्व में जीत जाऊंगा. शुभेंदु अधिकारी ने सीएनएन न्यूज 18 से कहा कि कांग्रेस और वामपंथी पश्चिम बंगाल में अप्रासंगिक हैं. टीएमसी की हालत को पूरा देश जानता है. उन्होंने कहा कि जमीनी हकीकत यह है कि नंदीग्राम और शुभेंदु आपस में जुड़े हुए हैं. हमारा जुड़ाव मजबूत है. हमारी जीत होगी.
इससे पहले शिशिर अधिकारी ने कहा था कि शुभेंदु अधिकारी भी नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहे हैं और ममता बनर्जी भी नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही है. पर यह ममता बनर्जी के लिए बेहतर नहीं होगा क्योंकि परिणाम शुभेंदु के पक्ष में होंगे यह बात पूरे बंगाल की जनता जानती है.
नंदीग्राम को शुभेंदु अधिकारी का मजबूत गढ़ माना जाता है. इस सीट से ममता के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद ही माना जा रहा है कि यहां पर लड़ाई काफी चुनौतीपूर्ण होगी. सुवेंदु 2007 में पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम में ममता बनर्जी के आंदोलन में उनका साथ देनेवाले सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति थे. जिसने उन्हें बंगाल में 34 साल के वाम मोर्चा शासन को हटाने में मदद की. वर्षों से, ममता ने उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी के प्रति समर्पण के लिए उचित सम्मान दिया.
Posted By: Pawan Singh