Santan Prapti ke Jyotish Upay: माँ बनने की लालसा में स्त्रियां पूजा-पाठ से लेकर तांत्रिक-टोटका और दवा-दारु सब उपाय करती हैं लेकिन फिर भी वे इस सुख से वंचित रह जाती हैं. ज्योतिष अनुसार पंचमेश, पंचम भाव और गुरु क्रूर ग्रहों के दोष से प्रभावित हो जाएं तो संतान सुख की प्राप्ति में बाधाएं उत्पन्न होती हैं. वहीं शनि, मंगल व केतु के दुष्प्रभाव से शारीरिक कष्ट हो सकता है. आज ज्योतिषाचार्य नितेश निरंजन कुछ ऐसे ज्योतिष उपाय बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आपकी गोद जल्दी भर सकती है
यदि लग्न कुंडली में पंचमेश पीड़ित हैं तो उनकी आराधना करें. संतान सुख की प्राप्ति के लिए गुरु ग्रह की पूजा करें. गुरुवार के दिन गुड़ दान करें. गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के लिए इन मंत्रों का जाप करें-
देवानां च ऋषिणां च गुरुं काञ्चनसन्निभम्. बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्..
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः. ह्रीं गुरवे नमः. बृं बृहस्पतये नमः.
यदि शादी के कई के वर्षों के बाद भी स्त्री गर्भवती नहीं हो पा रही है तो मदार की जड़ शुक्रवार को उखाड़ लें और उसे स्त्री की कमर में बांधने से गर्भधारण होता है.
जो स्त्री गर्भ धारण नहीं कर पा रही है उसे प्रतिदिन नहाकर गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करना चहिए, ऐसा करने से संतान धन प्राप्त होता है.
संतान प्राप्ति के लिए नवग्रह पूजा कर सकते हैं. इसके लिए आप किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से घर या मंदिर में हवन व अभिषेक कराकर नव ग्रहों की शांति की पूजा करवा सकते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से सभी कमजोर ग्रह मजबूत होकर अपना शुभ प्रभाव देने लगते हैं.
हर महीने अपने परिवार के सदस्यों और घर में आने वाले मेहमानों की संख्या से ज़्यादा रोटी बनाकर पशुओं को खिलाने से जल्द ही संतान की प्राप्ति होती है.
अगर आपको बच्चे की चाहत है तो गेंहू के आटे की लोई बनाकर उसमें भीगी चने की दाल और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर रोज़ गाय को खिलाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि स्कन्द माता की पूजा से भी मातृत्व सुख प्राप्त होता है. स्कन्द माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करें-
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रित करद्वया.
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी..
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