आगरा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, आधी रात को सड़क पर प्रसूता ने बच्चे को दिया जन्म, देर से पहुंची एंबुलेंस
आगरा में आधी रात को एक महिला को बीच सड़क पर ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा. महिला की मदद के लिए देर रात को परिजनों ने 108 आपात सेवा पर फोन भी किया. लेकिन एंबुलेंस बच्चा पैदा होने के करीब 40 मिनट बाद पहुंची.
Agra : सोमवार देर रात को आगरा की एक घटना ने फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. आगरा में आधी रात को एक महिला को बीच सड़क पर ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा. महिला की मदद के लिए देर रात को कोई भी मौजूद नहीं था. ऐसे में परिजनों ने 108 आपात सेवा पर फोन भी किया. लेकिन एंबुलेंस बच्चा पैदा होने के करीब 40 मिनट बाद पहुंची. जहां से महिला को निजी अस्पताल में ले जाया गया. फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों ही सुरक्षित है.
दरअसल, रकाबगंज क्षेत्र के छिपीटोला निवासी रोनी कौशल की पत्नी रेनू को बीती रात प्रसव पीड़ा हुई थी. इसके बाद रेनू के घर के कुछ सदस्य प्रसूता को निजी अस्पताल ले जा रहे थे. ऐसे में रास्ते में प्रसव पीड़ा और तेजी से बढ़ गई. इस दौरान रेनू के घर वालों ने 108 आपात सेवा पर फोन कर एंबुलेंस के लिए मदद मांगी. लेकिन एंबुलेंस भी मदद के लिए समय पर नहीं पहुंच सकी. जिससे प्रसूता काफी देर तक प्रसव पीड़ा से दो चार होती रही.
सगी बहन को किया फोन
यह वाक्या रात के करीब 12:00 बजे का है. उस समय आसपास और दूर-दूर तक कोई भी नजर नहीं आ रहा था. इसके बाद रेनू ने अपनी सगी बहन को फोन किया जो कि एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती है. लेकिन जिस अस्पताल में रेनू की बहन काम करती है वहां तक पहुंचने का भी प्रसूता को समय नहीं मिला. और उसने बच्चे को सड़क पर ही जन्म दे दिया.
किसी तरह से रेनू के साथ मौजूद परिजनों ने स्थिति को संभाला. रेनू के बच्चे को जन्म देने के करीब 46 मिनट बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची. जिसके बाद एंबुलेंस की मदद से मां और बच्चे को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. और बताया जा रहा है कि दोनों की हालत सही है और दोनों सुरक्षित है.