माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से फरार शाइस्ता परवीन और जैनब फातिमा को यूपी पुलिस और एसटीएफ आज तक नहीं खोज तलाश कर पायी है. शाइस्ता परवीन अतीक अहमद की पत्नी है जबकि जैनब फातिमा अशरफ की पत्नी है. अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा बेखौफ होकर प्रयागराज तक का चक्कर लगा गई. उसने कड़ी सुरक्षा वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल करने के लिए हलफनामा भी तैयार करा लिया है.
इसके लिए जरूरी औपचारिकता के बतौर हाईकोर्ट के आइडेंटिटी सेंटर में तस्वीर खिंचाकर भी चली गई. अग्रिम जमानत याचिका की प्रति 16 अगस्त को शासकीय अधिवक्ता कार्यालय को दी जा चुकी है. जैनब की हाईकोर्ट में दस्तक ने पुलिस की सक्रियता की पोल खोल दी है. अब उसकी तलाश में पुलिस ने हाईकोर्ट के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक सीसीटीवी कैमरे में बुर्का पहने तीन संदिग्ध महिलाएं नजर आईं हैं. एक महिला का हुलिया अशरफ की बीवी जैनब फातिमा से मिलता जुलता है. कहा जा रहा है कि वह महिला जैनब ही है. सीसीटीवी फुटेज करीब दो हफ्ते पुराना बताया जा रहा है. जैनब फातिमा की अग्रिम जमानत अर्जी पर यूपी सरकार के शासकीय अधिवक्ता कार्यालय को 16 अगस्त को नोटिस मिला था.
गौरतलब है कि 24 फरवरी को दिनदहाड़े हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही माफिया अतीक और उसके परिवार वालों पर शिकंजा कसने का सिलसिला शुरू हो गया था. इसके शूटरों को फरार करने में अतीक के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा हाथ बताया गया है. पुलिस उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है. उसकी कई राज्यों में तलाश हो रही है. हालांकि, अतीक की इनामी बीवी शाइस्ता परवीन का पता लगा, न ही उसकी देवरानी जैनब का.
अब जैनब ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया है. उसने वकील के मार्फत अपनी अग्रिम जमानत याचिका का नोटिस शासकीय अधिवक्ता कार्यालय को भेजा है. याचिका में जैनब ने हाईकोर्ट में खुद हाजिर होकर हलफनामा लगाया है. नियमानुसार, हाईकोर्ट में याचिका के साथ दाखिल होने वाले हलफनामे पर हाईकोर्ट के फोटो आइडेंटिटी सेंटर पर फोटो खिंचवाना अनिवार्य है.
जैनब यहां 16 अगस्त या उसके पहले फोटो खिंचवाने आई थी. वह फोटो खिंचवाकर बेरोकटोक चली गई और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. इससे पुलिस की सक्रियता पर संपर्क तंत्र पर गंभीर सवाल उठ रहा है. पुलिस का दावा था कि जैनब की आखिरी लोकेशन दिल्ली के शॉपिंग मॉल में मिली थी. यह बात भी खूब चर्चा में रही कि अतीक के वकील विजय मिश्र की गिरफ्तारी के समय भी वो लखनऊ में थी.
अशरफ की मौत के बाद अगस्त में जैनब और शाइस्ता परवीन का इद्दत काल (पति की मौत के बाद चार महीने 10 दिन का वक्त) खत्म हो गया. पुलिस का दावा है कि जैनब की गिरफ्तारी की कोशिश तेज हो चुकी है. जैनब की संपत्तियों की भी छानबीन में प्रयागराज विकास प्राधिकरण और राजस्व विभाग लगा हुआ है.
जैनब फातिमा के साथ ही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और पांच लाख के इनामी बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर साबिर और अरमान उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरार चल रहे हैं. इनकी खोजबीन के लिए पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें लगी हुई हैं. कई राज्यों में दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक इनका कोई सुराग नहीं लगा है.
जैनब फातिमा के साथ ही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और बमबाज गुड्डू, शूटर साबिर और अरमान उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी के बाद से ही फरार चल रहे हैं. इनकी खोजबीन के लिए पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें लगी हुई हैं. कई राज्यों में दबिश दी गई, लेकिन इनका कोई सुराग नहीं लगा. यहां तक कि यह पति और बेटे की मौत के बाद भी मिट्टी में नहीं पहुंची. जबकि पुलिस को पूरी उम्मीद थी कि वह मिट्टी में आ सकती है.
अतीक की पत्नी शाइस्ता पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया है. साथ ही बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है.