अतीक अहमद के फाइनेंसर नफीस बिरयानी की हार्ट अटैक से मौत, उमेश पाल मर्डर में नैनी सेंट्रल जेल में बद था आरोपी

अहम बात है कि अतीक अहमद और अशरफ के जेल में रहते माफिया अतीक अहमद के परिवार का मीडिया मैनेजमेंट भी नफीस बिरयानी ही देखता था. 39 वर्षीय मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी गुलाब बाड़ी कॉलोनी खुल्दाबाद का रहने वाला है. लेकिन, मौजूदा समय में वह जीटीबी नगर करेली में रहता था.

By Sanjay Singh | December 18, 2023 10:38 AM

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में बहुचर्चित अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में आरोपी बनाए गए माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी की नैनी सेंट्रल जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि नफीस को सीने में दर्द की शिकायत पर नैनी सेंट्रल जेल से एसआरएन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उमेश पाल शूटआउट केस में वांछित और 50 हजार के इनामी नफीस बिरयानी के साथ 22 नवंबर की देर शाम पुलिस की नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके में मुठभेड़ हो गई थी. मुठभेड़ में माफिया अतीक अहमद का फाइनेंसर नफीस बिरयानी गिरफ्तार हुआ था. मुठभेड़ में नफीस बिरयानी के पैर में गोली लगी थी, जिसे इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से 9 दिसंबर को उसे नैनी सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था. नफीस बिरयानी को माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ ने ईट ऑन बिरियानी की शॉप खोलने में मदद की थी. माफिया अतीक अहमद और अशरफ के संरक्षण के बाद नफीस बिरयानी की न सिर्फ आर्थिक हैसियत बल्कि रसूख भी बढ़ गया था. वह लोगों पर धाक जमाने लगा था.

दो करोड़ के करीब थी मासिक आय

प्रयागराज में एक वक्त था जब मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी सिविल लाइन में पान की दुकान चलाता था. अशरफ के संपर्क में आने पर उसने ईट ऑन बिरयानी की शॉप खोली. उसकी ईट ऑन बिरयानी की शॉप धीरे-धीरे ब्रांड बन गई. उसने फ्रेंचाइजी देना भी शुरू कर दिया था. पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ था कि नफीस बिरयानी की एक महीने की कमाई दो करोड़ के आसपास थी, जिसमें से कमाई का लगभग चौथाई हिस्सा 40 से 50 लाख रुपए नफीस हर महीने अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन को पहुंचाता था.

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उमेश पाल हत्याकांड में नफीस की कार का हुआ इस्तेमाल

अहम बात है कि अतीक अहमद और अशरफ के जेल में रहते माफिया अतीक अहमद के परिवार का मीडिया मैनेजमेंट भी नफीस बिरयानी ही देखता था. 39 वर्षीय मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी गुलाब बाड़ी कॉलोनी खुल्दाबाद का रहने वाला है. लेकिन, मौजूदा समय में वह जीटीबी नगर करेली में रहता था. 24 फरवरी 2023 को हुए अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था वह क्रेटा कार नफीस बिरयानी की थी. इसी के आधार पर नफीस बिरयानी के खिलाफ उमेश पाल शूटआउट केस में साजिश में शामिल होने के आरोप में धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया.

अगस्त में दिल्ली में मिली नफीस की लोकेशन

पुलिस कमिश्नर प्रयागराज ने 18 नवंबर 2023 को फरार नफीस बिरयानी पर 50 हजार का ईनाम भी घोषित किया था. इस बीच अगस्त माह में उसकी लोकेशन दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में मिली थी, जहां पर वह अपनी प्रेमिका से मिलने गया था. सुराग के आधार पर जब तक पुलिस वहां पहुंची वह फरार हो चुका था. पुलिस के मुताबिक नफीस बिरयानी विदेश भागने की फिराक में था, जिसके लिए वह अपनी प्रेमिका के पास रुपयों का इंतजाम करने के लिए प्रयागराज आ रहा था.

उमेशपाल हत्याकांड से पहले कार दूसरे के नाम पर की ट्रांसफर

पुलिस तफ्तीश में सामने आया कि क्रेटा कार को उमेश पाल शूटआउट केस के पहले नफीस बिरयानी ने अपने एक करीबी रुखसार के नाम पर ट्रांसफर कर दिया था. नफीस बिरयानी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस रुखसार की भी तलाश में जुटी है. नफीस बिरयानी के खिलाफ चार मुकदमों का आपराधिक इतिहास है. उसके खिलाफ कोरोना के दौरान महामारी अधिनियम के तहत दो एफआईआर सिविल लाइन थाने में दर्ज हैं. वहीं एक मुकदमा जानलेवा हमले और एससी-एसटी एक्ट के तहत सिविल लाइन थाने में ही दर्ज है. चौथी एफआईआर धूमनगंज थाने में उमेश पाल शूटआउट केस में साजिश के तहत शामिल होने के लिए दर्ज है.

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