अतीक अहमद के दफ्तर में मिले खून के धब्बे-चाकू, एक और कत्ल की ओर इशारा! महिला कनेक्शन का FSL टीम करेगी खुलासा
प्रयागराज के चकिया में माफिया अतीक अहमद का दफ्तर था. यहां लंबे से उसके गुर्गे सक्रिय रहते थे. अब ये दफ्तर तोड़े जाने के बाद खंडहर में तब्दील हो चुका है. सोमवार को यूपी पुलिस की टीम यहां जांच के लिए पहुंची तो खून के धब्बे दिखाई दिए. सीढ़ियों पर खून के ताजे धब्बे दिखाई देने से जांच टीम भी हैरान रह गई.
Prayagraj: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड और अतीक अहमद-खालीद अजीम अशरफ मर्डर केस के बाद लगातार नए तथ्य और खुलासे हो रहे हैं. इस बीच अब हत्याकांड के लगभग दो महीने बाद कर्बला में अतीक अहमद के दफ्तर में पुलिस को जांच के दौरान खून के धब्बे और चाकू मिले हैं. इसके अलावा खून से सने कपड़े भी बरामद हुए हैं. वहीं मौके से खून से सनी चूड़ियां भी मिली हैं. इसके बाद इसे लेकर सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर ये किसका खून हैं. जांच टीम गहराई से तफ्तीश में जुट गई है.
सोमवार को जांच के दौरान दिखाई दिए खून के धब्बे
प्रयागराज के चकिया में माफिया अतीक अहमद का दफ्तर था. यहां लंबे से उसके गुर्गे सक्रिय रहते थे. अब ये दफ्तर तोड़े जाने के बाद खंडहर में तब्दील हो चुका है. अतीक अहमद और खालिद अजीम अशरफ हत्याकांड के बाद एसआईटी और अन्य पुलिस टीमें लगातार जांच पड़ताल में जुटी हैं. इसी कड़ी में सोमवार को यूपी पुलिस की टीम यहां जांच के लिए पहुंची तो खून के धब्बे दिखाई दिए.
फारेंसिक जांच टीम के जरिए नतीजे पर पहुंचने की कोशिश
खास बात है कि सीढ़ियों पर खून के ताजे धब्बे दिखाई देने से जांच टीम भी हैरान रह गई. वहीं पहले तल पर एक महिला की साड़ी और कपड़े भी मिले. संभावना जताई जा रही है कि किसी महिला की यहां हत्या की गई है. इसके बाद उसका शव कहीं बाहर फेंक दिया गया. हालांकि जांच टीम बिना पुख्ता सबूत के किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी ने बताया कि सीढ़ी के पास और रसोई के बगल में खून के धब्बे मिले हैं. सीसीटीवी फुटेज के जरिए भी जांच की जाएगी. फारेंसिक जांच टीम के जरिए भी गहराई से पड़ताल की जाएगी, जिससे किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके.
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उमेश पाल हत्याकांड के बाद हो रहे अहम खुलासे
अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को हत्या कर दी गई थी. मामले में अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी को गिरफ्तार किए गए हैं. इससे पहले 13 अप्रैल को एसटीएफ ने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. वहीं 24 फरवरी को प्रयागराज में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में शामिल चार आरोपित पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं, जबकि शाइस्ता परवीन सहित अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.