आगरा: विश्व जनसंख्या दिवस पर आगरा के स्वास्थ्य विभाग और परिवार नियोजन विभाग द्वारा एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. यह रैली आगरा कॉलेज ग्राउंड से शुरू हुई. रैली के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया. इस रैली में केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद रहे. साथ ही स्कूलों के तमाम छात्र छात्राओं ने भी इसमें प्रतिभाग किया.
11 जुलाई 1989 को यूनाइटेड नेशन ने एक सभा का आयोजन कर ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ मनाने का फैसला लिया था. 11 जुलाई 1987 तक वर्ल्ड पॉपुलेशन का आंकड़ा 5 अरब पार पहुंच चुका था. तब दुनियाभर के लोगों को बढ़ती आबादी के प्रति जागरूक करने के लिए इसे वैश्विक स्तर पर मनाने का फैसला लिया गया था. इस दिन को मनाने की मुख्य वजह यही है बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसे हालातों बचा जा सके.
आगरा में स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और परिवार नियोजन विभाग द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव के नेतृत्व में अगर कॉलेज ग्राउंड से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. जिसमें लोगों को स्वास्थ्य के कर्मचारियों द्वारा परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया. और बताया गया कि किस तरह से हम जनसंख्या नियंत्रण कर अपने और समाज के अन्य लोगों को हर सुविधा प्रदान करा सकते हैं.
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने बताया कि रैली के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया है. परिवार नियोजन के साधन उपयोग करने के बारे में बताया गया और बताया गया कि किस तरह से हम साधनों का प्रयोग कर छोटा परिवार योजना को आगे बढ़ा सकते हैं. छोटा परिवार होगा तो लोग शिक्षित होंगे. परिवार छोटा होगा और शिक्षित ही जनसंख्या होगी.
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जनसंख्या नियंत्रण कानून पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कई देशों ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए कड़े नियम बनाए हैं. और उन्हें लागू किया है. उसी तरह से भारत में भी संविधान में कुछ बदलाव किए गए हैं. और जिस तरह से आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है उसी तरह से जरूरत पड़ने पर जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए प्रभावी कानून लागू किया जा सकता है.