Varanasi News: बाबा मसाननाथ का तीन दिवसीय श्रृंगार महोत्सव शुरू, नगरवधुओं के धरने से हारा प्रशासन
बाबा मसाननाथ के सामने गणिकाएं मुक्ति की कामना के लिए अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी. शुक्रवार को वाराणसी में धधकती चिताओं के बीच गणिकाओं का नृत्य होगा. बाबा मसाननाथ की विधि-विधान से पूजन अर्चन कर उन्हें भोग-प्रसाद अर्पित किया गया.
Varanasi News: चैत्र नवरात्र की सप्तमी पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा मसाननाथ के तीन दिवसीय श्रृंगार महोत्सव का शुभारंभ हुआ. बाबा मसाननाथ के सामने गणिकाएं मुक्ति की कामना के लिए अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी. शुक्रवार को वाराणसी में धधकती चिताओं के बीच गणिकाओं का नृत्य होगा. बाबा मसाननाथ की विधि-विधान से पूजन अर्चन कर उन्हें भोग-प्रसाद अर्पित किया गया.
नरमुंड खप्पर मदिरा से भरा गयाइसके पूर्व बुधवार शाम को बाबा का रुद्राभिषेक हुआ. मंदिर परिसर को बेला, गुलाब, गेंदा के फूलों से सजाया गया था. बाबा के भोग में जया, विजया, सोमरस, मिष्ठान व खीर आदि के साथ विजया की बर्फी थी. बाबा की भव्य आरती के बाद विश्व शांति की प्रार्थना के बाद बाबा का नरमुंड खप्पर मदिरा से भरा गया. राजा मानसिंह ने द्वारा शुरू कराई गयी 350 साल से ज्यादा की परंपरा के अनुसार शुक्रवार रात नगर वधुएं बाबा मशाननाथ के दरबार में नृत्य की भावांजलि प्रस्तुत करेंगी. रात में शुरू हुआ यह आयोजन मंगला आरती तक चलेगा. मान्यता है कि अकबर के नवरत्नों में से एक राजा मानसिंह ने प्राचीन नगरी काशी में भगवान शिव के मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था.
इस मौके पर राजा मानसिंह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कराना चाह रहे थे, लेकिन कोई भी कलाकार इस श्मशान में आने और अपनी कला के प्रदर्शन के लिए तैयार नहीं हुआ. इसकी जानकारी काशी की नगरवधुओं को हुई तो वे स्वयं ही श्मशान घाट पर होने वाले इस उत्सव में नृत्य करने को तैयार हो गईं. इस दिन से धीरे-धीरे यह उत्सवधर्मी काशी की ही एक परंपरा का हिस्सा बन गई. तब से आज तक चैत्र नवरात्रि की सातवीं निशा में हर साल यहां श्मशानघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
अधिकारियों के जाते ही हो गया कब्जापिछले कुछ दिनों से कार्यक्रम स्थल पर लकड़ी कारोबारियों द्वारा अतिक्रमण किये जाने की वजह से श्रृंगार महोत्सव को लेकर संकट के बादल मंडरा रहे थे. इसके लिए आयोजन समिति बहुत बार प्रशासन से गुहार लगा चुकी थी. अंततः नगरवधुओं द्वारा धरना प्रदर्शन दिए जाने के बाद प्रशासन सचेत हुआ. इसके बाद बुलडोजर से कुछ लकड़ियां हटाई गई किंतु अधिकारियों के जाने के बाद पुनः लकड़ी कारोबारियों ने पुनः लकड़ियां रख दीं.
Also Read: UP News: प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी में योगी सरकार, जल्द बदले जाएंगे वाराणसी-लखनऊ समेत चार जिलों के डीएम नगरवधुओं ने दिया धरनाइसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने बुलडोजर से मणिकर्णिका घाट स्थित श्मशानेश्वर महादेव के आयोजन स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराया. आयोजन के चंद घंटे पहले आयोजन स्थल के अतिक्रमण मुक्त होने से आयोजकों में हर्ष का माहौल है. आयोजन स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए नगरवधुओं ने धरना देकर पीएम व सीएम से गुहार लगाई थी.
Also Read: वाराणसी में अपने भव्य स्वागत से अभिभूत हुए नेपाल के पीएम, सीएम योगी के साथ काशी विश्वनाथ के किए दर्शनरिपोर्ट : विपिन सिंह