चारधामों में से एक बद्रीनाथ धाम के कपाट आज यानी रविवार को खुल गए. वैदिक मंत्रोच्चार के सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए. बद्रीनाथ धाम में बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं के साथ पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ-साथ सेना बैंड की धुनों के साथ कपाट खोले गए. इस मौके पर बद्रीनाथ धाम को फूलों और लाइटों से सजाया गया. अलकनंदा नदी के किनारे स्थित बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है.
#WATCH | Uttarakhand: The doors of Badrinath Dham opened for devotees with rituals and chanting and the tunes of army band with a large number of devotees present in Badrinath Dham. pic.twitter.com/LiCTexcbJu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 8, 2022
देश-दुनिया से पहुंचे हजारों श्रद्धालु
बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही हजारों की संख्या में देश दुनिया से श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच चुके हैं. कपाट खुलते ही सभी श्रद्धालु अपने भगवान के दर्शन करने पहुंचे. आने वाले छह महीनों तक यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहेगा. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण बीते 2 साल तक यह बद्रीनाथ की यात्रा बंद रही थी. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि, इस साल बड़ी सख्या में यहां श्रद्धालु दर्श को पहुंचेंगे.
छह महीने बाद खुले केदारनाथ धाम के भी कपाट
इधर, बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से 2 दिन पहले यानी 6 मई को केदारनाथ धाम के भी कपाट खोल दिए गए. ‘बम-बम भोले’ और ‘बाबा केदार की जय’ के उद्घोष के साथ वृष लग्न में सुबह 06.25 बजे पूरे विधान से विशेष पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच केदारनाथ मंदिर का मुख्य द्वार छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार को श्रद्धालुओं के लिए दोबारा खोला गया. इस दौरान हजारों भक्तों के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे.
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900 फूलों से सजाया गया था मंदिर को
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10 श्रद्धालुओं के साथ सीएम धामी ने की पूजा
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03 को खुले थे गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट
केदानाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही बैंड-बाजों के साथ बाबा केदानाथ की डोली को मंदिर में लाया गया था. बता दें, बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने से पहले 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुल चुके हैं.