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अररिया बैंक लूट के जिम्मेदार कौन? प्रभारी थानेदार पर बरसती रही कृपा, बढ़ते गये अपराध पर नहीं हुई कार्रवाई

अररिया में एसपी आवास से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में लूट के बाद अब थानेदार को सस्पेंड तो कर दिया गया लेकिन कई सवाल ऐसे हैं जो आज भी आम लोग उठा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 28, 2022 6:17 PM

मृगेंद्र मणि सिंह, अररिया : एसपी आवास से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में लूट के बाद आमलोग सहमे हुए हैं. सबों के मुंह से एक ही बात निकल रही है कि आखिर नगर थाना की पुलिस कहां थी. शहर में पुलिस जाम हटाने के लिए नजर आती है, लेकिन लूट, छिनतई, चोरी के मामलों को रोक पाने में विफल साबित हो रही है. घटना के बाद नगर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया लेकिन कुछ सवाल आज भी साथ हैं.

पंचायत चुनाव के दौरान मिला प्रभार 

ताजुब्ब की बात तो यह है कि पंचायत चुनाव के दौरान इंस्पेक्टर को प्रभार के रूप में अररिया भेजा गया था. जिसे तत्कालीन एसपी हृदयकांत ने अररिया नगर थाना अध्यक्ष बनाया. उनके पदस्थापना के बाद अपराध पर नियंत्रण न के बराबर हुआ. लूट, छिनतई, चोरी की घटनाएं घटित होती रहीं, जिसे एसपी ने अपने पास रखे स्पेशल टीम से उद्भेदन कराया, बावजूद नगर थाना अध्यक्ष पर किसकी कृपा बनी रही कि उन्हें प्रभार मुक्त कर न तो पूर्णिया भेजा गया , न ही उन्हें हटा कर किसी को पदस्थापित किया गया. बैंक की लूट में कहीं न कहीं अररिया नगर थाना अध्यक्ष की लापरवाह शैली को कारण माना जा रहा है.

पूर्व के थानाध्यक्षों की तरह नहीं रहे मुस्तैद

सूत्रों की मानें तो पूर्व में पदस्थापित थानाध्यक्षों के द्वारा बैंक की कई चरण में जांच करायी जाती थी. रात में गश्ती दल के द्वारा बैंकों के ताला को जांच किया जाता था. बैंक के सायरन बजने के बाद तत्काल बैंक की जांच की जाती थी. सुबह में टाइगर मोबाइल के जवान हो या अन्य के द्वारा बैंक की जांच की जाती थी. लेकिन जिस थानाध्यक्ष को सस्पेंड अब जाकर किया गया उनके समय में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला.

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लोगों का आक्रोश उबाल पर, थानेदार सस्पेंड

अब लगातार पुलिसिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं, बावजूद कुछ लोगों के कारण उन पर उच्चाधिकारियों की कृपा बनी रही. हालांकि नगर थानाध्यक्ष के लापरवाह शैली के कारण अब पुलिस पूरी तरह से बैक फुट पर आ गयी, और लोगों का भी आक्रोश उबाल पर रहा.जिसके बाद अब कार्रवाई की गयी और थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया गया.

एसपी की पदस्थापना के कुछ दिनों बाद ही गहना ज्वेलर्स में हुई थी चोरी

कुछ ही दिन पहले 07 फरवरी 2022 की देर रात को बैंक के नीचे स्थित गहना ज्वैलर्स में हुए लूट की घटना को पुलिस पूरी तरह से उद्धेदन भी नही कर पायी. ठीक तीन माह बाद अपराधियों ने बैंक लूट की घटना को अंजाम दे दिया. जिस प्रकार से एसपी निवास से महज कुछ ही दूरी पर हुए लूट की घटना को अंजाम देकर बेख़ौफ़ अपराधी चलते बने. ऐसे में एसपी के पुलिसिंग पर भी सवाल उठने लगे है.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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