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पीएम मोदी से बात करने वाली ललिता देवी खड़ा करना चाहती है स्वरोजगार, गांव में उच्च शिक्षण संस्थान की चाहत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीधा संवाद करने वाली बांका जिले की ललिता देवी स्वरोजगार कर खुद को सफल महिला के रूप में स्थापित करना चाहती हैं. उनका सपना है की उनके बच्चे उच्च शिक्षा हासिल कर बड़े पद पर बैठें.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2022 6:47 AM

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित गरीब कल्याण सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीधा संवाद करने वाली बेलहर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत डुमरिया पंचायत के पसिया गांव की दलित महिला ललिता देवी एकाएक सुर्खियों में आ गयी है. आसपास के क्षेत्रों में इनके मान-सम्मान में काफी बढ़ोतरी हुई है.

पति मजदूरी का काम करते हैं 

ललिता के बहाने बेलहर के छोटे से गांव पसिया की भी पहचान आज बड़े मंच पर हो गयी. साधारण घर की रहने वाली दलित महिला ललिता देवी के पति विजय दास रेलवे कांट्रेक्टर के अधीन दिल्ली में विगत 10 वर्ष से मजदूरी का काम करते हैं. बड़ी पुत्री बिंदू कुमारी बीए, पुत्र मनोरंजन इंटर, पुत्री सिंधु नौवीं व छोटा पुत्र प्रियांशु कक्षा सात में पढ़ता है.

खुद को सफल महिला के रूप में स्थापित करना चाहती हैं

ललिता देवी प्रधानमंत्री से बात करने के बाद खुद को एक सफल महिला के रूप में स्थापित करना चाहती हैं. उनकी इच्छा है कि वह अपना स्वरोजगार स्थापित करें. वह खासतौर पर बड़े स्तर पर बकरी पालन, गौ पालन व मुर्गी पालन करना चाहती हैं. हालांकि, वे गणेश जीविका समूह नाम के जीविका संगठन से भी जुड़ी हुई हैं. वहां से उन्होंने कर्ज भी लिया है जिसका दो हजार अब भी बकाया है.

सरकारी योजनाओं की लाभुक

ललिता देवी को आवास के साथ शौचालय का भी लाभ मिला. पहले वह खुले में शौच करने को मजबूर रहती थी. इसमें उन्हें लज्जा भी आती थी. लेकिन, अब शौचालय बनने के बाद खुले में शौच से भी मुक्ति मिल गयी है. उनके पति विजय दास चार भाई हैं और सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल गया है. ललिता देवी आवास, शौचालय के साथ प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड जैसी सरकारी योजनाओं की लाभुक भी हैं.

पीएम से साहस पूर्वक बात करने से मिली साहस

पसिया गांव की ललिता देवी आज प्रशासनिक पदाधिकारी के नजर में भी सम्मान के योग्य हो गयी हैं. जिस प्रकार उन्होंने बांका जिले की ओर से अंगिका भाषा में जवाब देकर पीएम को संतुष्ट किया, उसकी तारीफ आज भी हो रही है. ललिता के आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी हुई है. वह केवल अपना हस्ताक्षर भर कर लेती हैं.

बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाकर उच्च पद पर बैठाने की है चाहत

ललिता देवी का सपना है कि उनके बच्चे उच्च शिक्षा हासिल कर बड़े पद पर बैठें. लेकिन, गांव में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए शिक्षण संस्थान नहीं है. ललिता ने जिला प्रशासन व सरकार से उच्च स्तरीय विद्यालय स्थापित करने की मांग भी की है. उसने कम उम्र में पुत्री की शादी न करने की भी ठानी है और समाज से इसकी अपील भी की है.

ललिता को अंगिका मंच करेगा सम्मानित

प्रधानमंत्री मोदी से ललिता देवी का ठेठ अंगिका में संवाद स्थापित कर राष्ट्रीय स्तर पर अंगिका का मान बढ़ाने के लिए अंगिका मंच ने उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया है. जल्द ही समारोह पूर्वक ललिता देवी को सम्मानित किया जायेगा.

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