Mathura News: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रविवार को भक्तों की भारी भीड़ में उमड़ पड़ी. भीड़ का आलम यह था कि श्रद्धालुओं की वजह से मंदिर के सभी रास्ते पूरी तरह से चौक हो गए. और करीब 2 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई. थोड़ी सी दूरी तक पहुंचने में भक्तों को घंटे भर से ज्यादा का समय लग रहा था. आसपास के घरों में रहने वाले लोग भीड़ की वजह से अपने घर से बाहर ही नहीं निकल पाये. ऐसे में तमाम दुकानदारों को अपनी दुकान तक बंद करनी पड़ी.
शनिवार को अधिक मास की परमा एकादशी की वजह से भी तमाम भक्तजन वृंदावन पहुंचे थे. ऐसे में सुबह बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में रविवार को भी श्रद्धालु वृंदावन पहुंचे. लोग अपने परिवार अपने दोस्तों के साथ आए जिसकी वजह से बांके बिहारी मंदिर के आसपास और वृंदावन मार्ग पर काफी लंबा जाम लग गया. सुबह तड़के 3:00 बजे से ही मंदिर के आसपास भक्तों का जुड़ना शुरू हो गया था. इसके बाद जैसे ही मंदिर के पट खुले करीब 2 किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लग गई.
बांके बिहारी मंदिर के आसपास लगातार बढ़ती भीड़ बेकाबू होने लगी और भारी भीड़ के चलते जिला प्रशासन की व्यवस्था भी चरमरा गई. पुलिस कर्मी भीड़ को संभालने की लगातार कोशिश करते रहे लेकिन हालात काफी देर तक जस के तस बने रहे.
कई श्रद्धालुओं ने बताया कि वह 3 घंटे से लाइन में लगे हैं ना तो आगे बढ़ रहे हैं और ना ही पीछे जा पा रहे हैं. काफी तेज प्यास भी लगी है सुलभ शौचालय के लिए भी अगर जाना हो तो आप कहीं नहीं जा सकते. लाइन में ही आपको घंटे खड़े होना पड़ेगा. तमाम बच्चे और तमाम बुजुर्ग इस भारी भीड़ और लाइन की वजह से काफी परेशान दिखाई दिए. प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं एक बार फिर से फेल होती नजर आए.
आपको बता दें बांके बिहारी मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए कुल 5 द्वार मौजूद है. बांके बिहारी में श्रद्धालुओं का प्रवेश गेट नंबर 2 और 3 से होता है. दर्शन और पूजन के बाद श्रद्धालुओं को गेट नंबर 1 और 4 से निकाला जाता है. वहीं पांच नंबर गेट से पुजारी और वीआईपी एंट्री होती है.
बांके बिहारी के आसपास के क्षेत्र के अलावा बांके बिहारी मंदिर के प्रांगण में भी जन्माष्टमी की तरह काफी भीड़ दिखाई दी. जानकारी के अनुसार मंदिर के प्रांगण में 1500 से 2000 श्रद्धालु एक साथ खड़े हो सकते हैं और मंदिर की सुरक्षा में करीब 350 पुलिसकर्मी और 100 से ज्यादा निजी सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं.