Banke Bihari Temple: हादसे के बाद भी नहीं सुधरे हालात, फिर से बिगड़ी व्यवस्था, महिला श्रद्धालु घायल

Banke Bihari Temple वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में शनिवार और रविवार को भक्तों की अत्यधिक भीड़ देखी जाती है. शनिवार और रविवार को दिल्ली हरियाणा व आसपास के राज्यों से हजारों की संख्या में भक्त बांके बिहारी के दर्शन करने आते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2022 11:54 AM

Banke Bihari Temple: वृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर में हुए हादसे से प्रशासन अभी भी सबक नहीं ले रहा है. रविवार को फिर एक बार भक्तों की भीड़ बढ़ने के कारण एक महिला श्रद्धालु मंदिर में घायल हो गईं. सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से महिला को भीड़ से निकाला जिसके बाद महिला अपने परिवार से मिल सकी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में शनिवार और रविवार को भक्तों की अत्यधिक भीड़ देखी जाती है. शनिवार और रविवार को दिल्ली हरियाणा व आसपास के राज्यों से हजारों की संख्या में भक्त बांके बिहारी के दर्शन करने आते हैं. ऐसे में अन्य दिनों की अपेक्षा इन दिनों में मंदिर भक्तों से भरा हुआ रहता है. विगत रविवार को भी मंदिर में हजारों भक्तों की भीड़ एक साथ टूट पड़ी. मंदिर के आसपास की गलियों में भी आलम यह था कि सभी गलियां भक्तों से पटी हुई थी.

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वही मंदिर में फिरोजाबाद से आई एक 68 वर्षीय वृद्धा राजकुमारी भीड़ की वजह से अपने परिवार से बिछड़ गई और घायल हो गई. किसी तरह से घायल वृद्धा को सुरक्षाकर्मियों ने बाहर निकाला जिसके बाद ही महिला अपने परिजनों से मिल पाई. आपको बता दें जन्माष्टमी के दिन सुबह तड़के मंगला आरती के दौरान बांके बिहारी मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे थे. ऐसे में भारी भीड़ के चलते 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जांच करने के निर्देश दिए हैं और इसके लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह व अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल लगातार मथुरा में लोगों से बयान दर्ज करा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश से आई हुई जांच टीम के मथुरा से निकलने के बाद प्रशासन ने फिर से ढिलाई बरतना शुरू कर दिया है.

मंदिर पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई भी इंतजाम नहीं दिखाई दे रहे हैं. करीब दो तीन दिन पहले मंदिर पर प्रवेश के लिए जगह-जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था और प्रवेश व निकास की अलग व्यवस्था की गई थी. लेकिन यह व्यवस्था एक या 2 दिन ही दिखाई दी इसके बाद फिर से मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्था चरमराती हुई दिखाई दे रही है.जन्माष्टमी पर हुई बांके बिहारी में घटना के बाद से प्रशासन कुछ दिन तक तो सतर्क रहा लेकिन फिर से प्रशासन ने ढील बरतना शुरू कर दी है. प्रशासन की ढील बरतने से साफ दिखाई दे रहा है कि प्रशासन फिर से किसी घटना का इंतजार कर रहा है.

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