Bareilly News: बरेली में AIIMS का शिलान्यास जल्द!, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की चिट्ठी पर केंद्र ने भरी हामी
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी के बाद एम्स खोलने की संभावनाएं तलाशी जा रही है.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की सौगात देने की कोशिश चल रही है. बरेली में एम्स की कोशिश काफी समय से मीरगंज विधायक डॉ. डीसी वर्मा भी कर रहे हैं. उनकी कोशिश पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी के बाद एम्स खोलने की संभावनाएं तलाशी जा रही है.
बरेली जिला मेडिकल हब है. यहां कोई सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं है. जिसके चलते मरीजों को बड़ी दिक्कत होती है. बरेली में उत्तराखंड, पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर, एटा, इटावा, रामपुर, मुरादाबाद, लखीमपुर खीरी समेत लगभग 25 जिलों के मरीजों का इलाज चलता है. यहां तीन निजी मेडिकल कॉलेज हैं जो मरीजों से हमेशा फुल रहते हैं. कई मरीजों को दिल्ली, लखनऊ के अस्पतालों में जाना पड़ता है. इसी परेशानी को देखते हुए अरसे से बरेली में एम्स खोलने की मांग की जा रही है.
एम्स खोलने से बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा और अलीगढ़ मंडल के मरीजों को सुविधा मिलेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मौखिक रूप से हरी झंडी दी है. शिलान्यास के लिए जल्द तिथि देने का भरोसा मिला है.
रबड़ फैक्ट्री की जमीन का प्रस्ताव
बरेली में 1962 में रबड़ फैक्ट्री की स्थापना हुई थी. यह फैक्ट्री 15 जुलाई 1999 को बंद हो गई. जिसके चलते 1,365 एकड़ जमीन खाली है. इसी जमीन पर एम्स खोलने का प्रस्ताव दिया गया है. यह स्थान हाईवे और रेल लाइन के किनारे है. इससे रेल और सड़क मार्ग से आने वाले मरीजों को भी काफी सहूलियत मिलेगी.
(रिपोर्ट:- मुहम्मद साजिद, बरेली)