Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने ग्रामीणों के विरोध और हंगामे के बीच 28 साल बाद करीब 75 करोड़ की सरकारी भूमि खाली कराई है. ग्रामीणों ने टीम पर पथराव की कोशिश की.मगर, पीएसी ने लाठी फटकारी. इससे भगदड़ मच गई, लेकिन एक ग्रामीण के पत्थर फेंकने से एक जेई के मामूली चोट आई है.इस कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने एक-दो दिन का वक्त मांगा. इनको दो दिन की मोहलत दी गई है.
बीडीए की टीम सोमवार को दर्जनभर जेसीबी, एक प्लाटून पीएसी और भारी पुलिस फोर्स के साथ रामगंगा नगर पहुँची थी.कब्जेदारों ने टीम को खाली हाथ लौटाने के लिए काफी कोशिश की. एक युवक ने घर के छप्पर में आग लगाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया. मगर, तुरंत ही फायर बिग्रेड की गाड़ी ने आग को बुझा दिया. इसके बाद कुछ युवकों ने पथराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने लाठी फटकार कर भगा दिया. मगर, एक पत्थर लगने से बीडीए जेई घायल हो गए. इसके बाद बीडीए की टीम ने 26 कब्जेदारों से करीब 75 करोड़ की जमीन को मुक्त कराया है.
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महिलाओं ने कुछ समय की मोहलत मांगी. उनको अफसरों ने पर्याप्त समय देने की बात कही. मगर, शाम तक चली कार्रवाई के दौरान कुछ कब्जेदारों को दो दिन की मोहलत दी गई है. बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार ने बताया कि 2004 में रामगंगा आवासीय योजना के लिए भूमि का अधिग्रहण किया गया था. उस भूमि पर कई लोगों के मकान बनाकर रह रहे थे.कई बार समझाने की कोशिश की गई.इसके साथ ही डाउन पेमेंट पर कब्जेदारों को प्लाट देने के लिए कहा गया था.मगर, इसके बाद भी यह लोग प्लॉट लेने को तैयार नहीं हुए.इसके बाद खाली कराई गई थी.