Bareilly Bank Strike: सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में हल्ला बोल, बरेली में करोड़ों के लेनदेन पर पड़ा असर

सभी बैंक के कर्मचारियों ने सुबह 10 बजे केनरा बैंक, पीएनबी, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा पर नारेबाजी कर बंद कराया. हड़ताली कर्मचारी सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. जहां ओपी वडेरा की अध्यक्षता में प्रदर्शन सभा हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | December 16, 2021 6:44 PM

Bareilly Bank Strike: केंद्र सरकार की निजीकरण नीति के खिलाफ गुरुवार को बैंक कर्मचारियों ने बरेली में प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करके नारे लगाए. इसके साथ बैंक बंद कराया गया. बैंक कर्मियों की हड़ताल से खाताधारकों को बड़ी दिक्कत हुई.

शहर के सभी बैंक के कर्मचारियों ने सुबह 10 बजे केनरा बैंक, पीएनबी, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा पर नारेबाजी कर बंद कराया. हड़ताली कर्मचारी सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. जहां ओपी वडेरा की अध्यक्षता में प्रदर्शन सभा हुआ. यूनाइटेड फोरम के संयोजक दिनेश सक्सेना ने शीतकालीन सत्र में सरकार द्वारा बैंकिंग लॉ संशोधन बिल लाने के प्रयासों का विरोध किया.

ग्रामीण बैंक अधिकारी संघ के संतोष तिवारी ने कहा कि सरकार बैंकों को पूंजीपतियों के हाथों में देने जा रही है, जो बेहद खतरनाक होगा. बैंक राष्ट्रीयकरण से पहले पूंजीपतियों के हाथों में ही थे. यह पूंजीपति जनता की जमा राशि को खा जाते थे. स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन के नवींद्र कुमार ने सरकार की निजीकरण की नीतियों की भर्त्सना की. बैंकों के वर्तमान स्वरूप को बनाए रखने की मांग की.

ट्रेड यूनियन फेडरेशन की उप महामंत्री और बीमा कर्मचारी संघ की महामंत्री गीता शांत ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई का आह्वान किया. साथ ही हड़ताल का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

(रिपोर्ट:- मुहम्मद साजिद, बरेली)

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