Bareilly News: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां और पूर्व कैबिनेट मंत्री मुहम्मद आजम खां के बीच लंबी सियासी गुफ्तगू हुई है. इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आईएमसी प्रमुख का साथ मांगा. गुफ्तगू के दौरान देश- प्रदेश के सियासी हालातों के साथ जनता पर होने वाले जुल्म को लेकर भी चर्चा की गई. हालांकि, बातचीत के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री की सपा से नाराजगी भी साफ नजर आई है. इससे जल्द ही मुहम्मद आजम खां आईएमसी प्रमुख मौलाना के साथ कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. वह रविवार को सपा विधानमंडल दल की बैठक में भी शामिल होने नहीं गए. यह भी उनके सपा से बिगड़ते रिश्तों के संकेत हैं.
शनिवार रात आईएमसी प्रमुख दिल्ली से लौट रहे थे. दिल्ली से बरेली वापसी के दौरान मौलाना तौकीर रजा खां और मुहम्मद आजम खां की रास्ते में फोन पर बात हुई. फोन पर बातचीत के दौरान ही पूर्व कैबिनेट मंत्री के घर चाय का तय हुआ. वह कुछ ही देर में उनके घर पहुँचे. रामपुर में आजम खां के घर मुलाकात हुई. इस दौरान मौलाना ने जेल से छूटकर आने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री के हालचाल लिया. आजम खां ने देश-प्रदेश के हालातों पर चर्चा कर मौलाना से साथ मांगा.
मौलाना ने हर तरीके से साथ देने का वायदा किया. मौलाना ने कहा आपकी हमें और कौम को काफी फिक्र थीं. मगर, सपा आपके साथ खड़ी नहीं हुई. यह अफसोस जताया. मौलाना ने कहा आप कुछ दिन आराम कर लो, जल्द ही बैठकर फैसला लेंगे. इस पर पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा जल्द ही बरेली में आकर आपसे मुलाकात करूंगा. करीब घंटे भर की गुफ्तगू चली. इस आईएमसी प्रमुख के साथ डॉ. नफ़ीस खां और नदीम खां भी मौजूद थे.
बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खाम सपा से काफी नाराज हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके जेल में रहने के दौरान उनकी और यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए कोई आंदोलन नहीं किया. इसके साथ ही कोई सहयोग भी नहीं किया. वह जेल में मिलने भी नहीं गए थे. मगर, सपा से नाराज पूर्व कैबिनेट मंत्री की रिहाई के बाद उनके घर मुलाकात का प्लान था. वह दिल्ली से रामपुर आना चाहते थे. मगर, आजम खान ने इंकार कर दिया. यह बात सपा के एक विश्वनीय सूत्रों से सामने आई है.
दिल्ली में 29 मई को बड़ी मीटिंग होगी. इसमें देशभर के प्रमुख लोग शामिल होंगे. इस मीटिंग में बड़े फैसले लिए जाएंगे. इसके साथ ही मीटिंग को मीडिया से दूर रखने की बात कही गई है. यह फैसला दिल्ली में आयोजित शुक्रवार की बैठक में लिया गया है. इसमें 18 राज्यों के लोग शामिल हुए थे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद