Bareilly News: योगी सरकार भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के दिशा में लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है. ताजा मामले में भ्रष्टाचार में फंसे डीएसपी विद्या किशोर को शासन ने निलंबित कर दिया है. रामपुर में सीओ सिटी के पद रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे, जिसकी जांच में वह दोषी पाए गए थे.
भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत #UPCM श्री @myogiadityanath जी ने तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी- नगर, रामपुर को दायित्व निर्वहन में अनियमितता के दोष में निलंबित करने के आदेश दिए हैं।@spgoyal@sanjaychapps1@74_alok pic.twitter.com/mJuDutaAPX
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 9, 2021
विद्या किशोर शर्मा पर रामपुर में सीओ सिटी रहते हुए एक नहीं बल्की कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे. नवंबर में रामपुर में सीएम योगी के दौरे के समय एक युवती ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी. उसका आरोप था कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल के संचालक विनोद यादव और तत्कालीन इंस्पेक्टर गंज रामवीर यादव ने उसके साथ गैंगरेप किया. इस मामले में भी पांच लाख की घूस लेते हुए सीओ विद्या किशोर का एक वीडियो अफसरों के संज्ञान में आया. मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम की सभा से पहले ही इंस्पेक्टर और अस्पताल संचालक पर एफआईआर दर्ज की गई, साथ ही मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया.
मामला जब सीएम योगी के संज्ञान में आया तो आदेश पर शासन ने इसकी जांच करायी. एएसपी मुरादाबाद की जांच में सीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए. इस मामले में सीएम कार्यालय ने ट्वीट कर अवगत कराया है कि संबंधित सीओ को निलंबित कर दिया गया है. मालूम हो कि विद्या किशोर शर्मा को इस मामले के बाद सीओ सिटी के पद से हटाते हुए बिलासपुर भेज दिया था, जहां से शासन ने उन्हें पुलिस प्रशिक्षण केंद्र जालौन के लिए स्थानांतरित किया था.
तत्कालीन शहर कोतवाल राजकुमार शर्मा से गोकशी करने वालों को छोड़ने के लिए विद्या किशोर शर्मा ने दबाव बनाया. जब कोतवाल ने नहीं छोड़ा तो फोन पर धमकाया और बाद में हटवा दिया. इस पर कोतवाल ने आईजी मुरादाबाद के समक्ष पेश होकर फोन रिकार्डिंग सुनवाई थी, जिसकी जांच आईजी मुरादाबाद ने की थी. उसमें भी यह दोषी पाए गए थे.
बरेली एडीजी अविनाश चंद्र के अनुसार, सीओ विद्या किशोर शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप थे. अस्पताल में एक महिला से गैंगरेप के मामले में उनका पांच लाख रुपए घूस लेते हुए वीडियो का मामला सीएम के रामपुर दौरे के दौरान संज्ञान में आया था. इसकी जांच एएसपी मुरादाबाद से कराई गई. जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी, उसी मामले में अब आगे की कार्रवाई हुई है. आरोपी डीएसपी विद्या किशोर की तैनानी वर्तमान में जालौन स्थित पुलिस के ट्रेनिंग सेंटर में है.