Bareilly News: वैक्सीनेशन के बिना नहीं लगेगी चुनाव में ड्यूटी, निर्वाचन आयोग ने जारी किया फरमान

यूपी विधानसभा चुनाव में उन्हीं लोगों की ड्यूटी लगेगी जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हैं, जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है. ऐसे लोग जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करा लें. इसके बाद ही इलेक्शन में ड्यूटी लगेगी

By Sohit Kumar | December 14, 2021 6:43 AM

Bareilly News: आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के चलते निर्वाचन आयोग से लेकर जिला प्रशासन तक चुनावी तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग ने सोमवर को चुनाव से पहले मतदान और मतगणना में ड्यूटी करने वाले अफसर-कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के निर्देश दिएं हैं. इसके बाद ही इलेक्शन में ड्यूटी लगेगी.

निर्वाचन आयोग का पत्र मिलने के बाद बरेली के उप जिला निर्वाचन अधिकारी और अपर जिलाधिकारी प्रशासन बीके सिंह ने सभी सरकारी विभागों के अफसर-कर्मचारियों को पत्र जारी कर दिया है. उन्होंने जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के लिए कहा है. इसके साथ ही सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) को भी विभागों के अफसर-कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने लिए पत्र लिखा है. कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट होने के बाद ही इलेक्शन ड्यूटी लगेगी.

पोलिंग एजेंट बनना है, तो लगवा लें वैक्सीन

इलेक्शन ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ पोलिंग एजेंट बनने वालों को भी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी होंगी. इसके बाद ही यह मतदान वाले दिन पोलिंग बूथ पर एजेंट बन सकेंगे.इनके लिए भी फरमान जारी किया गया है. इलेक्शन और कॉउंटिंग एजेंट बनने के लिए कोरोना वैक्सीन को दोनों डोज का सर्टिफिकेट जरूरी है.इसके होने के बाद ही काउंटिंग और पोलिंग एजेंट बनाए जाएंगे.सभी पार्टी के प्रत्यशियों को अपने पोलिंग और कॉउंटिंग एजेंट का वैक्सीनेशन कराना होगा.

वैक्सीनेशन को भी मिलेगी रफ्तार

इलेक्शन में कोरोना वैक्सीनेशन में काफी इजाफा होगा. वैक्सीनेशन की गति पिछले कुछ महीनों से काफी धीमी हो गई है. अधिकांश लोगों ने वैक्सीन की एक डोज लगवा ली है. मगर, दूसरी डोज नहीं लगवाई है. ऐसे लोग भी कोरोना की दोनों डोज लगवा लेंगे.

कोरोना से हुई थी काफी मौतें

दरअसल, यूपी पंचायत चुनाव के बाद कोरोना मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई थी. इलेक्शन वोटिंग और काउंटिंग के दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए थे, जिसके चलते कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ था. इससे काफी मौत हुई थीं. सबसे अधिक शिक्षा विभाग के टीचर की मौत हुई थी.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद

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