Kisan Rail Roko Andolan: भारतीय किसान यूनियन समेत अन्य किसान संगठनों ने 18 अक्टूबर को तीन कृषि कानूनों को विरोध में रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया था, जिसके चलते पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी रविवार रात से ही अलर्ट मोड पर थी. सोमवार सुबह शहर के स्टेशनों के प्लेटफार्म छावनी में तब्दील कर दिये गये. सभी स्टेशनों पर आने वाले किसानों और राहगीरों की जांच की गई.
इस बीच बरेली जंक्शन पर जा रहे किसान नेता रवि नागर समेत सभी किसानों को चौपला पुल के पास रोक लिया. जहां पूछताछ के बाद सभी लोगों को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस किसान नेता समेत सभी किसानों को लेकर सुभाष नगर थाने पहुंची. यहां किसानों ने पुलिस और भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही किसानों ने कृषि कानून को वापस लेने की सरकार से मांग की.
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इसके साथ ही, किसानों ने लखीमपुर खीरी घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द जेल भेजने की मांग की. किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी की मांग के साथ बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने देर शाम तक भी किसानों को नहीं छोड़ा. मिली जानकारी के अनुसार, किसानों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
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इधर, किसानों के रेल रोकों आंदोलन को देखते हुए लखनऊ में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए (NSA) लगाया जाएगा. दरअसल, लखीमपुर हिंसा के बाद किसान संगठनों ने अरदास के दिन सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करते हुए रेल रोको और 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत का ऐलान किया था.
Posted By: Achyut Kumar