Bareilly News: रोशनी का पर्व दीपावली चार नवंबर को है मगर हर बार की तरह इस साल भी दीपावली पर्व को लेकर बाजार पहले से ही गुलजार हो गया है. थोक मार्केट में तो नवरात्र से ही काम शुरू हो चुका था. लोग अपने घरों को सजाने-संवारने के लिए सामान ले जा रहे हैं. लेकिन पूर्व के वर्षों की तरह नहीं. बाजार भीड़ से गुलजार है मगर खरीदार महंगाई की वजह से काफी कम है.
इस साल कोरोना केस कम होने से बाजार में भीड़ तो दिख रही है, लेकिन महंगाई के कारण खरीदार कम हैं. ट्रेडर्स ने जिन उम्मीदों के साथ दिवाली बाजार की तैयारियां की हैं, अभी उनका पूरा होना मुश्किल लग रहा है. ग्राहक दाम पूछने के बाद लौट जा रहे हैं.
Also Read: Bareilly News: दीपावली-छठ पूजा पर रेलवे 668 स्पेशल ट्रेनों का करेगा संचालन, रविवार से होगी शुरुआतशहर के सिविल लाइन्स, प्रेमनगर, संजयनगर, और किला में सजावटी सामान की दुकान सज चुकीं हैं. दीपावली का सामान बेचने वाले रोहित अग्रवाल ने कहा कि वे सीजन और फेस्टिवल के हिसाब से बिजनेस करते हैं. इस बार बंदनवार, मोमबत्ती, चाइनीज कैंडल, शुभ दीपावली बैनर, फ्लोटिंग कैंडल, सेंटेड कैंडल, लक्ष्मीजी के चरण, दीवारों और छतों की लटकन, फैंसी पर्दे आदि बेच रहे हैं. दीपावली से महीनेभर पहले काम शुरू कर देते हैं. होलसेल और रिटेल दोनों सेक्टर में बिजनेस करते हैं. इस बार काम थोड़ा कमजोर लग रहा है.
Also Read: Bareilly News: बरेली में मालगाड़ी की चपेट में आने से युवक की मौत, लोको पायलट का जंक्शन पर हुआ मेडिकलरोहित अग्रवाल ने कहा कि पिछले साल कोरोना का डर था. मार्केट में सिर्फ खरीदार आ रहे थे. इस बार कोविड-19 का खौफ निकल गया है. बाजार में भीड़ तो है, मगर उस हिसाब से सेल नहीं हैं. ऊपर से महंगाई ने कमर तोड़ दी है. लोगों के पास पैसों की कमी है. मार्केट में आने वाले ग्राहक रेट सुनकर हैरानी जता रहे हैं. जो मोमबत्ती 50 रुपये में 50 पीस बेचते थे. आज उसका रेट 70 रुपये में 30 पीस हो गया है. कस्टमर कैसे खरीद पाएगा?
रोहित अग्रवाल ने कहा कि चार पैकेट की जरूरत है, तो 2 ही पैकेट खरीद रहे हैं. हर आइटम पर 30 से 40 प्रतिशत का रेट बढ़ गया है. दीपावली निकल गई और माल नहीं बिका, तो फिर सालभर इंतजार करना पड़ेगा.
रोहित अग्रवाल ने कहा कि कुतुबखाना बाजार में इस समय दीपावली पर होल सेल का काम लगभग खत्म हो गया है. 100 किमी से आने वाले थोक व्यापारी माल खरीदकर ले जा चुके हैं. पीलीभीत, बदायूं, कासगंज, उत्तराखंड के होलसेल खरीदार ही आ रहे हैं. इस बार डेकोरेशन में कोई नया आइटम भी नहीं आया है. पिछले वर्षों में जो डिजाइन और आइटम बिकते थे, वही मार्केट में आए हैं. दूसरा महंगाई ने भी हालात खराब कर रखी हैं. अब लोग दीपावली पर अपने घरों को सजाएंगे या पेट पालेंगे.
Also Read: Bareilly News: बरेली में दीपावली से पहले कोरोना वायरस की दस्तक, 16 घंटे बाद मिला नया केसरोहित अग्रवाल ने कहा कि पहले एक परिवार घर सजाने के लिए जहां 1000 रुपये का माल ले जाता था, अब वह 200 से 300 रुपये का ही माल ले जा रहा है. बाकी, पिछले साल घर में बचा सामान लगा लेगा. प्लास्टिक दाने का रेट काफी ऊंचाई पर चला गया है. सजावटी सामान में प्लास्टिक का अहम रोल है. महंगाई की वजह से चीन से माल कम आ रहा है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद