बरेली पुलिस ने फर्जी तरीके से हेरोइन के साथ जेल भिजवाने के आरोपी भाजपा नेता को किया गिरफ्तार, जानें मामला…
बदायूं जनपद के भाजपा नेता पर एक महिला ने पति को फर्जीवाड़ा कर अफीम,और हेरोइन बरामद कर जेल भिजवाने का आरोप लगाया था. इसमें नार्कोटिक्स के इंस्पेक्टर, दरोगा,और एसटीएफ का हेड भी शामिल था.पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार किया है, लेकिन एसटीएफ का सिपाही भागने में सफल साबित हुआ.उसकी तलाश की जा रही है
बरेली : उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के भाजपा नेता पर एक महिला ने पति को फर्जीवाड़ा कर अफीम और हेरोइन बरामद कर जेल भिजवाने का आरोप लगाया था. इसमें नार्कोटिक्स के इंस्पेक्टर, दरोगा,और एसटीएफ का हेड कांस्टेबल भी शामिल था. पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ का सिपाही भागने में सफल हो गया. उसकी तलाश की जा रही है. आरोपी प्रभाशंकर वर्मा पर अफीम बरामदगी के साथ ही सौदेबाजी का आरोप है.वह बदायूं भाजपा के जिला मंत्री बताएं जाते हैं.हालांकि, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने वर्तमान में संगठन में कोई पद न होने की बात कही.बदायूं के बिनावर थाना क्षेत्र के नाई गांव निवासी भगवान देवी ने बरेली कोतवाली में नार्कोटिक्स के इंस्पेक्टर, दरोगा और एसटीएफ के हेड कांस्टेबल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इनके खिलाफ 3 लाख रुपये की ठगी का आरोप था.जिसके चलते महिला ने बरेली के पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मिलकर पूरा मामला बताया.उन्होंने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.इस मामले में वांछित बदायूं के भाजपा नेता प्रभाशंकर वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को भगोड़े दीवान जगवीर के बारे में भी सूचना मिली थी, लेकिन वह फरार हो गया. इस प्रकरण में आरोपी नारकोटिक्स के इंस्पेक्टर के खिलाफ भी वारंट जारी है.
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता प्रभा शंकर ने नार्कोटिक्स विभाग के विवेक उत्तम, दीपक शर्मा और एसटीएफ के कर्मचारी जगवीर सिंह यादव से मिलकर उसके पति अजयपाल सिंह को 18 सितंबर 2022 को नोटिस भेजा था.नोटिस मिलने पर अजयपाल अपनी बेगुनाही साबित करने को प्रभा शंकर के साथ 19 सितंबर,2022 को नार्कोटिक्स विभाग के कार्यालय पहुंचा.आरोप है कि वह कुछ कहते, इससे पहले ही विवेक उत्तम, दीपक शर्मा और जगवीर सिंह ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया, और अफीम जैसी नशीले पदार्थ अजयपाल को देकर फोटो, और वीडियो बनाकर मारपीट की.इसी बीच प्रभा शंकर वर्मा ने पांच लाख रुपये में सौदा तय कर दिया.प्रभा शंकर के कहने पर अजयपाल ने अपने परिजनों को फोन किया था.इस मामले में पीड़ित महिला ने पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी से शिकायत की.उनके आदेश पर कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.एफआईआर की विवेचना सीओ फर्स्ट स्वेता यादव के पास थी.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद