Basant Panchami 2022:सरस्वती मां को चढ़ाएं ये सफेद और पीली सामग्री, हर काम में मिलेगी सफलता
Basant Panchami 2022: सरस्वती पूजा के दिन सिद्ध और रवि नामक योग भी बन रहा है, जो सभी अशुभ योगों के प्रभाव को दूर करने वाला माना जाता है. इस योग में मां सरस्वती की उपासना करने से छात्रों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
Basant Panchami 2022: सरस्वती पूजा के दिन बहुत से शुभ योग बन रहे हैं. ये शुभ योग विद्यार्थियों, साधकों, भक्तों और ज्ञान चाहने वालों के लिए यह दिन बहुत ही शुभ है. बसंत पंचमी के दिन सिद्ध नाम शुभ योग है जो देवी सरस्वती के उपासकों को सिद्धि और मनोवांछित फल देता है. इसके साथ ही सरस्वती पूजा के दिन रवि नामक योग भी बन रहा है, जो सभी अशुभ योगों के प्रभाव को दूर करने वाला माना जाता है. इतना ही नहीं बसंत पंचमी के एक दिन पहले बुद्धि कारक बुध ग्रह अपने मार्ग में होगा. इसके साथ ही शुभ बुद्धादित्य योग भी प्रभाव में रहेगा. कुल मिला कर सरस्वती पूजा पर बन रहे संयोग में देवी सरस्वती की उपासना करने वाले लोगों, छात्रों की मनोकामना पूरी होगी. इस बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को यहां बताई गई 11 चीजें अर्पित करें. ऐसा करने से विद्या, सफलता का आशीर्वाद तो मिलेगा ही साथ ही आपकी किस्मत चमक उठेगी. जानें वे 11 चीजें क्या हैं.
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को चढ़ाएं ये चीजें
1. पीले और सफेद पुष्प : बसंत पंचमी पर माता सरस्वती को पीले और सफेद फूल अर्पित करें
2. पीले और सफेद वस्त्र : माता सरस्वती को बसंत पंचमी पर पीले और सफेद रंग के वस्त्र अर्पित करें. पूजा करते समय खुद भी पीले वस्त्र पहनें.
3. केला : बसंत पंचमी पर सरस्वती देवी को केला चढ़ाएं.
4. बूंदी : सरस्वती पूजा पर विद्या की देवी को बूंदी चढ़ाएं.
5. पीले या सफेद पेड़े या मिठाई : सरस्वती पूजा पर पीले या सफेद पेड़े से माता सरस्वती को भोग लगाएं.
6. पीले चावल : बसंत पंचमी पर सरस्वती मां को पीले चावल अर्पित करें.
7. श्वेत चंदन : बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को श्वेत चंदन लगाएं.
8. दूध, दही और मक्खन : बसंत पंचमी के दिन सरस्वती मां को दूध, दही और मक्खन अर्पित करें.
9. मधु : सरस्वती मां को मधु अर्पित करें.
10. गन्ने का रस : बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को गन्ने का रस अर्पित करने से वे प्रसन्न होती हैं.
11. अन्य सामग्री : श्वेत अलंकार, खोवे श्वेत मिष्ठान, अदरक, मूली, शर्करा, सफेद धान के अक्षत, धान का लावा, सफेद तिल के लड्डू, पका हुआ गुड़, तण्डुल, शुक्ल मोदक, धृत, सैन्धवयुक्त हविष्यान्न, यवचूर्ण या गोधूमचूर्णका धृतसंयुक्त पिष्टक, श्रीफल, बदरीफल, ऋतुकालोभ्दव पुष्प फल, पके हुए केले की फली का पिष्टक, नारियल, नारियल का जल, आदि. पूजा के दौरान कॉपी, किताब, पेन, वाद्य यंत्र आदि जरूर रखें.