मकर संक्रांति पर शतभिषा नक्षत्र व रवियोग के संयोग में स्नान-दान शुरू, राशि के अनुसार दान करने पर होगी उन्नति

Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति सोमवार को पौष शुक्ल चतुर्थी में शतभिषा नक्षत्र व रवियोग के सुयोग में मनाया जा रहा है. आज से सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण हो जायेंगे और खरमास समाप्त हो जायेगा.

By Radheshyam Kushwaha | January 15, 2024 8:46 AM

Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति सोमवार को पौष शुक्ल चतुर्थी में शतभिषा नक्षत्र व रवियोग के सुयोग में मनाया जा रहा है. श्रद्धालु आज आस्था और उल्लास के साथ गंगा में डुबकी लगा सूर्य को अर्घ दे रहे हैं. फिर पूजा-अर्चना व दान-पुण्य के बाद चूड़ा, दही के साथ तिलकुट का सेवन करेंगे. आज सुबह में सूर्य देवता का मकर राशि में प्रवेश होने से मकर संक्रांति का पुण्यकाल पूरे दिन रहेगा. सनातन धर्मावलंबी पूरे दिन गंगा स्नान के बाद पूजा-पाठ एवं दानपुण्य करेंगे. मकर संक्रांति के दिन भगवान भास्कर को जल में रोली, गुड़, तिल मिलाकर अर्घ्य देने से रोग, शोक दूर तथा स्वास्थ्य लाभ, प्रखर बुद्धि, ऐश्वर्य, मुख मंडल पर दिव्य तेज आता है.

शतभिषा नक्षत्र व रवियोग के संयोग में होगा स्नान-दान

मकर संक्रांति सोमवार को पौष शुक्ल चतुर्थी में शतभिषा नक्षत्र व रवियोग के सुयोग में मनाया जा रहा है. आज से सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण हो जायेंगे और खरमास समाप्त हो जायेगा. शास्त्रों में उत्तरायण की अवधि को देवताओं का दिन और दक्षिणायन को देवताओं की रात के तौर पर माना गया है.

मकर संक्रांति पर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त

  • संक्रांति का पुण्यकाल: सुबह 08 बजकर 42 मिनट से पूरे दिन

  • अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11 बजकर 38 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक

  • शुभ योग मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 19 मिनट से 10 बजकर 39 मिनट तक

  • चर-लाभ- अमृत मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 19 मिनट से शाम 05 बजकर 19 मिनट तक

राशि के अनुसार करें दान-पुण्य, होगी उन्नति

  • मेष राशि: जल में पीले पुष्प, हल्दी, तिल मिला कर अर्घ दें. तिल-गुड़ का दान दें. उच्च पद की प्राप्ति होगी.

  • वृष राशि: जल में सफेद चंदन, दुग्ध, श्वेत पुष्प, तिल डाल कर सूर्य को अर्घ दें. बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी.

  • मिथुन राशि: जल में तिल, दूर्वातथा पुष्प मिला कर सूर्य को अर्घ दें. गाय को हरा चारा दें. मूंग की दाल की खिचड़ी दान दें. ऐश्वर्य प्राप्ति होगी.

  • कर्क राशि: जल में दुग्ध, चावल, तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. चावल-मिश्री तिल का दान दें. कलह-संघर्ष, व्यवधानों पर विराम लगेगा.

  • सिंह राशि: जल में कुमकुम और रक्त पुष्प, तिल डाल कर सूर्य को अर्घ दें. तिल, गुड़, गेहूं, सोना दान दें. नयी उपलब्धि होगी.

  • कन्या राशि: जल में तिल, दूर्वा, पुष्प डाल कर सूर्य को अर्घ दें. मूंग की दाल की खिचड़ी दान दें. गाय को चारा दें. शुभ समाचार मिलेगा.

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  • तुला राशि: सफेद चंदन, दुग्ध, चावल, तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. चावल का दान दें. व्यवसाय में बाहरी संबंधों से लाभ तथा शत्रु अनुकूल होंगे.

  • वृश्चिक राशि: जल में कुमकुम, रक्तपुष्प और तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. गुड़ दान दें. विदेशी कार्यों से लाभ, विदेश यात्रा होगी.

  • धनु राशि: जल में हल्दी, केसर, पीले पुष्प और तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. चारों-ओर विजय की प्राप्ति होगी.

  • मकर राशि: जल में काले-नीले पुष्प, तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. गरीबअपंगों को भोजन दान दें. अधिकार प्राप्ति होगी.

  • कुंभ राशि: जल में नीले-काले पुष्प, काले उड़द, सरसों का तेल-तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. तेल-तिल का दान दें. विरोधी परास्त होंगे.

  • मीन राशि: हल्दी, केसर, पीत पुष्प, तिल मिला कर सूर्य को अर्घ दें. सरसों, केसर का दान दें. सम्मान, यश बढ़ेगा.

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