BBAU: बीएससी-एमएससी एग्रीकल्चर का रिजल्ट अब तक नहीं हुआ घोषित, 4 महीने से यूनिवर्सिटी का चक्कर काट रहे छात्र
आगरा के भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने अब तक बीएससी और एमएससी एग्रीकल्चर का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया है. जिसके वजह से विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Agra : डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी और एमएससी एग्रीकल्चर के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए गए. जिसकी वजह से तमाम विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यार्थियों का अगला सेमेस्टर काफी देरी से चल रहा है. वही अब तक सेमेस्टर को पूर्ण हो जाना चाहिए था. लेकिन विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते विद्यार्थियों का भविष्य गर्त में जा रहा है.
बीएससी एग्रीकल्चर सत्र 2019 से 23 के सातवें सेमेस्टर की परीक्षा मार्च-अप्रैल में हुई थी. लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा अगस्त शुरू होने पर भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया. जिसकी वजह से विद्यार्थी आठवें सेमेस्टर में एडमिशन नहीं ले पा रहे. वही उनका कहना है कि अब तक आठवां सेमेस्टर पूर्ण हो जाना चाहिए था. लेकिन विश्वविद्यालय की लेटलतीफी के चलते अभी तक सातवें सेमेस्टर का रिजल्ट ही नहीं आया है. वहीं उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने पांचवें सेमेस्टर का जो परीक्षा परिणाम घोषित किया था वह भी अधूरा है.
इसी तरह विश्वविद्यालय ने एमएससी एग्रीकल्चर तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा मार्च-अप्रैल में कराई थी. लेकिन उसका भी परीक्षा परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है. जिसकी वजह से चतुर्थ सेमेस्टर की पढ़ाई भी शुरू नहीं हो पाई है. जबकि अब तक चतुर्थ सेमेस्टर और डिग्री पूर्ण हो जानी चाहिए थी.
आगरा के राजा बलवंत सिंह बिचपुरी कृषि विद्यालय से एमएससी एग्रीकल्चर द्वितीय वर्ष के छात्र राकेश ने बताया कि उसका चयन राजकीय कृषि विद्यालय राजस्थान बीकानेर में पीएचडी में हो गया है और नेट भी क्वालीफाई हो चुका है. 11 अगस्त को उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होना है लेकिन विवि द्वारा अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया. ऐसे में एडमिशन कैंसिल हो सकता है. इसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा और मेरी 1 साल बर्बाद हो जाएगी.
बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र शिवम और सागर ने बताया कि विश्वविद्यालय ने उनके सातवें और आठवें सेमेस्टर का परिणाम घोषित नहीं किया. जिसकी वजह से वह लोग एमएससी एग्रीकल्चर में एडमिशन नहीं ले पा रहे. कई बार उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को समस्या के बारे में बताया लेकिन उन्होंने विद्यार्थियों की समस्या को अनसुना कर दिया. विद्यार्थियों की समस्या के बारे में परीक्षा नियंत्रक से बात करने की कोशिश की गई तो संपर्क नहीं हो पाया है.