धनबाद के बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि के परीक्षा विभाग की कारगुजारी के चलते धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं सड़क पर उतर आयीं. बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने विवि की लापरवाही के विरोध में नावाडीह स्थित असर्फी अस्पताल के समीप आठ लेन सड़क जाम कर दी.
दरअसल, ये छात्र बीबीएमकेयू द्वारा पहले जारी रिजल्ट में पास करने और पुन: संशोधित रिजल्ट जारी कर फेल करने का विरोध कर रहे थे. ऐसे फेल छात्रों की संख्या 40 से अधिक है. सभी सत्र 2020-24 की बीएससी नर्सिंग के छात्र हैं. ये वर्तमान में सेमेस्टर फोर में पढ़ाई कर रहे हैं.
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बताया जाता है कि बीबीएमकेयू ने बीएससी वन सेमेस्टर से लेकर थ्री सेमेस्टर का रिजल्ट पूर्व में जारी किया था. इसमें सभी छात्र-छात्राएं पास हो गये थे. अब यूनिवर्सिटी ने गलत मार्किंग का हवाला देकर संशोधित रिजल्ट जारी किया है.
उत्तीर्ण होने के लिए 50 प्रतिशत मार्क्स जरूरी : विवि सूत्रों के अनुसार, बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं के लिए पूर्व में 40 प्रतिशत मार्किंग पर पास होना सुनिश्चित था, जबकि आइएनसी की गाइडलाइन के अनुसार बीएससी नर्सिंग का पास मार्क्स 50 प्रतिशत होना चाहिए. प्रबंधन को पूर्व में इसकी जानकारी नहीं थी.
ऐसे में पूर्व में 40 प्रतिशत अंक प्राप्त होने वाले छात्रों को पास करने का रिजल्ट यूनिवर्सिटी द्वारा जारी कर दिया गया. बाद में आइएनसी की गाइडलाइन के अनुसार रिजल्ट संशोधित किया गया. 50 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वालों को फेल कर दिया गया.
छात्र-छात्राएं शाम करीब चार बजे असर्फी अस्पताल के बाहर आठ लेन सड़क की सभी लेन पर बैठ गये. इससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. जाम की सूचना पर धनबाद थाना की पुलिस पहुंची और उन्हें शांत कराने का प्रयास किया. लेकिन छात्र नहीं माने. बारिश में भी नर्सिंग के छात्र सड़क पर डटे रहे. रात करीब आठ बजे असर्फी अस्पताल के प्रबंधक निदेशक जेपी सिंह मौके पर पहुंचे और छात्र-छात्रों को यूनिवर्सिटी से बात कर समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन समाप्त किया.
बीबीएमकेयू के एग्जामिनेशन कंट्रोलर डॉ सुमन कुमार वर्णवाल का कहना है कि बीएससी नर्सिंग की पूर्व की परीक्षा में भूलवश आइएनसी की गाइडलाइन का पालन नहीं हो सका था. गाइडलाइन की जानकारी होने पर रिजल्ट संशोधित किया गया है. इसमें सत्र 2020-24 के विभिन्न सेमेस्टर में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्र फेल हुए है. फेल छात्रों को सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी होगी.