धनबाद के BBMKU का नया परिसर सज-धज कर तैयार, 25 नवंबर को प्रशासन लेगा हैंडओवर
धनबाद के बीबीएमकेयू का नया परिसर सज-धज कर तैयार है. यह भवन लाल स्लेटी पत्थरों की टाइल्स, शीशे के बड़े बड़े पैनल व ग्रेनाइट के इस्तेमाल से काफी आकर्षक बना है. 25 नवंबर को विवि प्रशासन ने नये परिसर के सामने स्थित अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय के परिसर को विवि को सौंपने की भी मांग की है.
Dhanbad News: 25 नवंबर को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) प्रशासन भेलाटांड़ स्थित विवि के नये परिसर को निर्माण एजेंसी से अपने अधिकार में लेगा. इसके साथ ही विवि का पता बदल जायेगा और बेहतर व शानदार परिसर व भवन इसकी शोभा बढायेंगे. इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गयी है, पर नये भवन काे मुख्य सड़क से जोड़नेवाली सड़क के कारण भवन की भव्यता फीकी पड़ने की आशंका है. दरअसल भवन को शानदार बना, पर इसकी सड़क पर खास ध्यान नहीं दिया गया. इस वजह से इसके सामने नाला सा हो गया है. जानकारों का कहना है कि अगर ऐसा ही रहा तो उदघाटन के दिन भद्द पिट सकती है.
आधुनिक स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना
बीबीएमकेयू का नया परिसर आधुनिक स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है. लाल स्लेटी पत्थरों की टाइल्स, शीशे के बड़े बड़े पैनल व ग्रेनाइट के इस्तेमाल से काफी आकर्षक बना है भवन.
परिसर में जगह हाइमास्ट लाइट है. खाली जगहों पर बैठने के लिए बेंच व तरह-तरह के फूलों के पौधे लगाए गए हैं. सभी भवनों में वाटर हारवेस्टिंग की व्यवस्था है. पेयजल की व्यवस्था डीप बोरिंग से की गयी है. सुरक्षा को लेकर अग्निशमन की आधुनिक व्यवस्था है.
संपर्क पथ बना काला धब्बा
नया भवन जहां मन को मोहने वाला है, वहीं इसमें जाने के लिए बना संपर्क पथ दुख देता है. आने-जानेवाले कहते हैं कि यह तो चांद पर दाग के समान है. दरअसल, 10 से 15 फीट चौड़े, करीब 300 मीटर लंबे इस एप्रोच पथ के आधे हिस्से पर नाली का पानी बहता है. निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से अबतक विवि प्रशासन, जिला प्रशासन, उपायुक्त, गोविंदपुर अंचलाधिकारी व सचिव स्तर से भी अप्रोच रोड को चौड़ा करने व अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सहयोग मांगा जा रहा, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं की गयी है. इस वजह से यह माना जा रहा है कि इस भव्य भवन के उदघाटन में भी ऐसे ही गंदे सड़क से होकर जायेंगे लोग.
अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय शिफ्ट करने की मांग भी नहीं मानी गयी
विवि प्रशासन ने नये परिसर के सामने स्थित अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय के परिसर को विवि को सौंपने की भी मांग की है. कहा है कि विद्यालय को कहीं और शिफ्ट कर दिया जाये, पर यह भी मांग नहीं मानी गयी. इससे यह माना जा रहा है कि विवि परिसर में आनेवाले लोगों को जहां दिक्कत होगी वहीं विवि की गहमागहमी के कारण स्कूल के बच्चों को भी दिक्कत होगी.
180 करोड़ की आयी है लागत
इस भवन की लागत 180 करोड़ आयी है. 2017 में जब निर्माण कार्य शुरू हुआ था, तब इसके लिए 142 करोड़ का फंड आवंटित किया गया था. विवि की ओर से डीएसडब्ल्यू डॉ एसके सिन्हा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो भवन का विवि की ओर से अधग्रहण करेगी. इस नये परिसर में एडमिनिस्ट्रेटिव, एकेडमिक ब्लॉक, सेंट्रल लाइब्रेरी और कुलपति आवास है.
399 कमरे हैं नये भवन में
एकेडमिक ब्लॉक में क्लासरूम, प्रयोगशाला, हॉल और शिक्षकों के लिए बने कार्यालयों को मिला कर कुल 399 कमरे हैं. करीब 25 एकड़ क्षेत्र में फैले इस परिसर में कुलपति आवास एक कोने में है. विवि का 80 फीट चौड़ा मुख्य द्वार भी काफी भव्य है.
रिपोर्ट : अशोक कुमार, धनबाद