बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार से अंडर ग्रेजुएट कोर्स में नामांकन के लिए दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो रही है. दूसरे चरण में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूइटी) के सफल छात्र आवेदन कर सकते हैं. विवि में सीयूइटी के सफल अभ्यर्थियों के लिए 50 प्रतिशत सीट रखी गयी है. विवि प्रशासन ने इनके जरूरी तिथियों की घोषणा सोमवार को कर दी है. धनबाद व बोकारो के अंगीभूत, संबद्ध और अल्पसंख्यक कॉलेजों में यूजी के चार वर्षीय कोर्स में नामांकन के लिए वैसे छात्र मंगलवार (18 जुलाई) से लेकर एक अगस्त तक चांसलर पोर्टल के माध्यम से आवेदन दे सकते हैं.
वोकेशनल कोर्स में आवेदन के लिए सीयूइटी की बाध्यता नहीं
विभिन्न कॉलेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स में नामांकन के लिए आवेदन फिर से आमंत्रित किया जा रहा है. हालांकि इनमें नामांकन के लिए सीयूइटी की बाध्यता नहीं है. वैसे छात्र जिन्होंने सीयूइटी में भाग नहीं लिया, वह भी चांसलर पोर्टल पर वोकेशनल कोर्स के लिए आवेदन दे सकते हैं. इंटर के छात्र भी वोकेशनल कोर्स के लिए चांसलर पोर्टल से आवेदन दे सकते हैं.
महत्वपूर्ण तिथियां
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पहली मेरिट लिस्ट छह अगस्त को जारी होगी.
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पहली सूची में चयनित छात्रों के शैक्षणिक व जाति प्रमाणपत्रों सत्यापन के बाद नामांकन सात से 14 अगस्त तक जमा लिया जायेगा.
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पहली सूची में चयनित छात्रों के शुल्क जमा की अंतिम तिथि – 16 अगस्त.
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दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने की तिथि – 18 अगस्त.
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दूसरी सूची में चयनित छात्रों का प्रमाणपत्र सत्यापन – 19 से 25 अगस्त
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दूसरी सूची में चयनित छात्रों के शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि – 26 अगस्त
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सीयूइटी छात्रों की कक्षाएं प्रारंभ की तिथि – 25 अगस्त.
छात्रों के लिए अन्य जरूरी जानकारी
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मेजर पेपर का चयन करते समय छात्र छात्राओं के लिए एकेडमिक सत्र के अनुसार विषयवार टेबल के अनुसार आवेदन देना होगा.
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नियमित कोर्स के लिए आवेदक छात्र को टेबल में दिए गए चार्ट के अनुसार आवेदन देना होगा. निर्धारित तिथि के बाद आवेदन पर सुनवाई नहीं होगी.
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मेरिट लिस्ट में चयनित छात्र के प्रमाणपत्र सत्यापन की निर्धारित तिथि के अंदर कॉलेज न पहुंचने पर उसका नाम लिस्ट में हट जाएगा, अगली सूची में शामिल नहीं होगा.
पीके राय व एसएसएलएनटी में जूलॉजी में सबसे अधिक कटऑफ
बीबीएमकेयू के धनबाद व बोकारो के सभी अंगीभूत, अल्पसंख्यक और संबद्ध कॉलेजों को फर्स्ट मेरिट लिस्ट जारी कर दिया गया है. मेरिट सभी कॉलेजों को भेज दिया गया है. साथ ही इसे विवि के पोर्टल पर भी अपलोड कर दिया गया है. इस वर्ष सबसे अधिक कटऑफ जूलॉजी में गया है. पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज और एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में जूलॉजी का ओपेन मेरिट श्रेणी में कटऑफ अंक 94 प्रतिशत से अधिक है. एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में जूलॉजी का कटऑफ अंक 95 प्रतिशत है. वहीं पीके राय में इस विषय में कटऑफ अंक 94.8 प्रतिशत है. बता दें कि मेरिट लिस्ट रविवार 16 जुलाई को ही जारी होना था. सोमवार से सभी कॉलेजों में प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना था. लेकिन मेरिट लिस्ट जारी होने में एक दिन विलंब होने से सोमवार से सत्यापन शुरू नहीं हो सका.
आज जांच के लिए पहुंचेगी राज्य सरकार की पांच सदस्यीय टीम
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में जांच के लिए मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग की पांच सदस्यीय टीम पहुंच रही है. टीम का नेतृत्व 2019 बैच के आइएएस अधिकारी व उच्च शिक्षा विभाग में अवर सचिव सैयद रियाज अहमद करेंगे. टीम में उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभा पांडेय, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी अनुपम कुमार, मानव संसाधन विभाग के वित्त अधिकारी और उच्च शिक्षा विभाग के ऑडिटर शामिल हैं. जांच के दायरे में विवि का वित्त विभाग और सीसीडीसी सेक्शन है. विवि प्रशासन पर आरोप है कि बिना जरूरी मंजूरी के विवि द्वारा एचडीएफसी बैंक की बैंक मोड़ शाखा में बीबीएमकेयू स्पांसरशिप एंड डेवलपमेंट फंड के नाम से खाता खोला गया था. इसमें विवि में धनबाद व बोकारो स्थित 22 निजी बीएड कॉलेजों से सात-सात लाख रुपये, नौ अंगीभूत कॉलेजों के प्राचार्यों से एक लाख से लेकर 1.75 लाख रुपये तक, विवि के कई अधिकारियों से 30 हजार से 1.5 लाख रुपये तक, विभागाध्यक्षों और शिक्षकों से 30 हजार से एक लाख रुपये तक डोनेशन लिया गया है. वहीं तीन अंगीभूत कॉलेजों में संचालित बीएड कोर्स के प्रत्येक शिक्षक से उन्हें मिले एरियर से 50 हजार रुपये डोनेशन लिया गया.
बताया जा रहा है कि इस कोष के नाम पर विवि प्रशासन ने करीब 6.5 करोड़ रुपये एकत्र किये थे. इस कोष से ही विवि के सेमिनार हॉल के लिए करीब पांच लाख रुपये का फर्नीचर खरीदा गया है. बाद में राज्यपाल द्वारा इस कोष को खत्म करने के निर्देश के बाद विवि प्रशासन इसकी पूरी राशि विवि के जेनरल अकाउंट में ट्रांसफर कर इसे बंद कर दिया. इस खाता का संचालन कुलपति की इजाजत से विवि के रजिस्ट्रार और वित्त अधिकारी करते थे. ज्ञात हो कि बीबीएमकेयू स्पांसरशिप एंड डेवलपमेंट फंड के लिए अलग से खाता खोलते समय राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग से मंजूरी नहीं ली गयी थी.
डोनेशन नहीं देने वाले शिक्षकों का हुआ ट्रांसफर
विवि प्रशासन पर आरोप है कि जिन शिक्षकों, विभागाध्यक्षों और प्राचार्यों ने बीबीएमकेयू स्पांसरशिप एंड डेवलपमेंट फंड में डोनेशन नहीं दिया, उनका ट्रांसफर कर दिया गया. जांच के दायरे में ‘सिटी क्लैब’ को मिला काम : विवि प्रशासन द्वारा सिटी क्लैब को दिया गया आउट सोर्सिंग पर सुरक्षा गार्ड मुहैया कराने का काम भी जांच के दायरे में है. आरोप है कि सिटी क्लैब के पास सुरक्षा गार्ड मुहैया कराने की जरूरी इजाजत नहीं है. वहीं विवि प्रशासन पर आरोप है कि वह सिटी क्लैब को अतिरिक्त लाभ पहुंचा रहा है. जांच के दायरे में विवि में कैंटिन आवंटन भी रहेगा.