BCCL में नौ महीने में 5752 रैक कोयला की हुई आपूर्ति, खराब गुणवत्ता की मिली सर्वाधिक शिकायतें

डी ग्रेड का कोयला होने के कारण पावर कंपनियां बीसीसीएल को राशि की कटौती कर भुगतान कर रही हैं. कोयला की खराब गुणवत्ता समेत अन्य कारणों के चलते विभिन्न पावर कंपनियों के पास बीसीसीएल का करीब 560.60 करोड़ रुपया विवादित बकाया हो गया है

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2023 9:29 AM

पावर कंपनियों को पत्थर, मिट्टी व सेल बैंड मिक्स कोयला की आपूर्ति हो रही है. सीएचपी की बजाय डोजर से क्रश कोयला डिस्पैच किया जा रहा है. डी ग्रेड का कोयला होने के कारण पावर कंपनियां बीसीसीएल को राशि की कटौती कर भुगतान कर रही हैं. कोयला की खराब गुणवत्ता समेत अन्य कारणों के चलते विभिन्न पावर कंपनियों के पास बीसीसीएल का करीब 560.60 करोड़ रुपया विवादित बकाया हो गया है. कंपनी के आंकड़ों पर गौर करें तो चालू वित्त वर्ष 2022-23 के सिर्फ नौ माह अप्रैल से दिसंबर में इसने कुल 5752 रैक कोयला डिस्पैच किया है, जबकि क्वालिटी को लेकर कुल 402 शिकायतें मिली हैं. इनमें ज्यादातर शिकायत कोयला के पत्थर व बड़े-बड़े आकार के पत्थर मिक्स होने की मिली है. सर्वाधिक 138 शिकायत बीसीसीएल के गोलकडीह-9 नंबर, गोलकडीह-6 नंबर, केशरगढ़ा, एसएलजी (गोविंदपुर), बोर्रागढ़ व केकेसी-मेन व बीएनआर साइडिंग के प्राप्त हुए हैं.

साइडिंग में धड़ल्ले से हो रहा डोजर का इस्तेमाल

बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने शत-प्रतिशत क्रश व ग्रेड टू कोयला डिस्पैच करने का निर्देश दे रखा है. इसका असर निश्चित रूप से कोयला की क्वालिटी पर भी पड़ा है. कोयला के ग्रेड स्लिपेज में भी कमी आयी है. बावजूद कंपनी के कुछ एरिया व साइडिंग से पत्थर व सेल बैंड मिक्स कर बिना क्रश कोयला ही डिस्पैच किया जा रहा है. सीएचपी की बजाय साइडिंग में ही डोजर से कोयले की क्रशिंग की जा रही है. बेरोकटोक डोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है. बीसीसीएल की लगभग साइडिंगों में कोयले की क्रशिंग व हैंड पिकिंग का काम किसी न किसी आउटसोर्सिंग कंपनी को मिला हुआ है, परंतु आउटसोर्सिंग कंपनियां बिना क्रशिंग किये भुगतान ले रही हैं.

बीएनआर साइडिंग में सेल बैंड की मिक्सिंग

बीसीसीएल की बीएनआर साइडिंग से कोयला में सेल बैंड मिक्स कर धड़ल्ले से डिस्पैच किया जा रहा है. चर्चा है कि कोयला में सेल बैंड की मिक्सिंग के लिए एक शॉवेल, एक डोजर व तीन-तीन डंपर दिन-रात लगाये गये हैं. फेस से सेल बैंड (ओबी) निकाल सीधे कोयला डंप में डाल दिया जाता है. कुछ सीएचपी से तो कुछ सेल बैंड डोजर से क्रश कर साइडिंग में पहुंचाकर कोयला में मिक्स कर दिया जा रहा है. कुछ ऐसा ही हाल गोलकडीह-9, गोलकडीह-6, केशरगढ़ा, बोर्रागढ़, केकेसी-मेन व एसएलजी (गोविंदपुर) साइडिंग में हो रहा है.

यहां की सर्वाधिक शिकायत

साइडिंग शिकायत

केशरगढ़ा ब्लॉक टू 30

केकेसी मेन ब्लॉक टू 23

एसएलजी गोविंदपुर 32

सिजुआ कतरास 08

केडीएसके कुसुंडा 14

बोर्रागढ़ बस्ताकोला 26

बीएनआर बस्ताकोला 22

गोलकडीह 6 नंबर बस्ताकोला 35

गोलकडीह-9 नंबर लोदना 138

Also Read: बोकारो में निहत्थे सुरक्षाकर्मियों के भरोसे हैं चिकित्सक, जानें 2017 से अब तक दुर्व्यवहार की कितने घटनाएं घटी
शिकायतें व डिस्पैच कोयला

माह शिकायत रैक डिस्पैच

अप्रैल 62 657

मई 73 661

जून 32 732

जुलाई 35 690

अगस्त 56 578

सितंबर 27 574

अक्तूबर 24 533

नवंबर 45 664

दिसंबर 48 663

कुल 402 5752

Next Article

Exit mobile version