मनोहर कुमार, धनबाद : बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. स्थिति में सुधार के लिए अधिक से अधिक कोयला डिस्पैच करना आवश्यक है. वर्तमान में कंपनी के पास 2.40 मिलियन टन कोयले का स्टॉक भी है. इसके बावजूद बीसीसीएल अपने लक्ष्य के मुताबिक कोयला डिस्पैच नहीं कर पा रहा है. यहां तक की ससमय रैक लोडिंग नहीं होने से बीसीसीएल को प्रतिमाह करोड़ों रुपये का आर्थिक नुकसान रहा है.
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ससमय नहीं हो पा रही रैक लोडिंग
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तीन से पांच घंटे की जगह लग रहा है 19 घंटे तक का समय
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अलग-अलग रेलवे साइडिंग से औसतन हर दिन लग रहा 100 घंटे तक का डैमरेज
चालू वित्तीय वर्ष (2020-21) के सितंबर माह के सिर्फ 22 दिनों में ही बीसीसीएल को करीब 2.64 करोड़ (2,63,98,950 रुपये) का जुर्माना (डैमरेज) रेलवे ने लगाया. कंपनी को सर्वाधिक जुर्माना 72.83 लाख रुपया केडीएस(टू) साइडिंग से देना पड़ा है, जबकि केडीएस(के) साइडिंग से 62.36 लाख, एसएल(जी) से 42.86 लाख, सिजुआ से 27.42 लाख व बांसजोड़ा रेलवे साइडिंग से करीब 25.03 लाख रुपया रेलवे को जुर्माना देना पड़ा है.
हर दिन का लक्ष्य 22 रैक का, डिस्पैच 15 से 17 रैक : बीसीसीएल का लक्ष्य प्रतिदिन 22 रैक कोयला डिस्पैच है. इसके मुकाबले कंपनी हर दिन औसतन 15-17 रैक कोयला ही डिस्पैच कर पा रहा है. इतना ही नहीं, फ्री रैक लोडिंग टाइम तीन से पांच घंटा है. यानी पांच घंटे के भीतर रैक में कोयला लोड करने पर कंपनी को डैमरेज नहीं देना पड़ेगा. परंतु बीसीसीएल की विभिन्न एरिया में स्थित रेलवे साइडिंगों में रैक लोड करने में सात घंटे से 19 घंटे तक का वक्त लग रहा है.
एरिया कोयला स्टॉक (टन में)
बरोरा 3,01,456
ब्लॉक-टू 2,17,992
गोविंदपुर 2,71,627
कतरास 3,74,022
सिजुआ 3,15,510
कुसुंडा 4,20,378
पीबी एरिया 19,396
बस्ताकोला 33,748
लोदना 1,79,271
इजे एरिया 1,65,119
सीबी एरिया 1,01,168
डब्ल्यूजे एरिया 9,597
बीसीसीएल 24,09,284
( नोट : आंकड़ा 31 अगस्त 2020 तक का)
केकेसी(एल) 20 घंटा 3,62,250
केकेसी(एम) 18 घंटा 3,36,525
केशरगढ़ा 84 घंटा 16,97,100
एसएल(जी) 196 घंटा 42,86,325
सिजुआ 146 घंटा 27,42,900
बांसजोड़ा 120 घंटा 25,03,950
केडीएस(के) 283 घंटा 62,36,100
केडीएस(टू) 315 घंटा 72,83,925
गोलकडीह(9) 09 घंटा 1,37,175
वाशरी 14 घंटा 8,12,700
बीसीसीएल 1230 घंटा 2,63,98,950
बीसीसीएल के विभिन्न रेलवे साइडिंग में लोडिंग टाइम के मुताबिक समय से रैक लोड नहीं हो रहा है. इस कारण कंपनी को हर दिन औसतन 75 से 100 घंटे का डैमरेज रेलवे को देना पड़ रहा है. रैक लोडिंग में सर्वाधिक समय केडीएस(टू) साइडिंग में 19 घंटा समय लग रहा है, जबकि एसएल(जी) साइडिंग में 16 घंटा, बांसजोड़ा व केडीएस(के) में 12-12 घंटा तथा वाशरी के साइडिंग में 17-17 घंटा का समय लग रहा है. रेलवे के मुताबिक रैक लोडिंग में तीन से पांच घंटे का समय लगना चाहिए था.
Post by : pritish sahay