केंदुआ (धनबाद). बीसीसीएल कुसुंडा एरिया के न्यू गोधर कुसुंडा कोलियरी (एनजीकेसी) के लीज होल्ड एरिया में चल रही यूसीसी इंफ्रा आउटसोर्सिंग परियोजना में सोमवार की सुबह लगभग छह बजे अचानक चाल धंसने से अफरातफरी मच गयी. इस दौरान वहां अवैध उत्खनन कर रहे लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोग सैकड़ों बोरी कोयला छोड़ कर भाग खड़े हुए. इस घटना में तीन लोगों के दबने की भी चर्चा होती रही, हालांकि बीसीसीएल के अधिकारियों ने इससे इनकार किया.
इस संबंध में केंदुआडीह थानेदार इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कोयले के ढेर में लोगों के दबने की सूचना मिली थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है. मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली है. घटना के बाद प्रोजेक्ट अधिकारी एसपी सिंह ने केंदुआडीह थाना को आन लाइन आवेदन देकर प्रोजेक्ट में कोयला चोरी पर रोक लगाने की मांग की है, वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी श्री सिंह बताया कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है. प्रत्यक्षदर्शी एक महिला व उसके बेटे ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि घटना सुबह लगभग छह बजे की है. परियोजना में लगभग 20-25 लोग कोयला लाने गये थे. तभी ऊपर से कोयले का ढेर गिरने लगा. इसके बाद सभी डर कर परियोजना से बाहर भाग गये.
दोपहर दो बजे जिला माइनिंग इंस्पेक्टर राहुल कुमार, परियोजना के पीओ एमपी सिंह, मैनेजर मिंटू कुमार, सेफ्टी ऑफिसर प्रदीप मिश्रा, एरिया सेल्स ऑफिसर मनमोहन कुमार व सीआइएसएफ इंस्पेक्टर बीबी प्रसाद के साथ पहुंचे और परियोजना का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि एनजीकेसी माइंस में एक्सीडेंट की सूचना पर पहुंचे तो अवैध खनन की पुष्टि हुई. लोगों ने तीन लोगों के कोयले के ढेर में दबे होने की बात बतायी. इस पर संबंधित पीओ को कोयले का ढेर हटा घटना की पुष्टि करने का निर्देश दिया गया है. परियोजना में अवैध खनन कर निकाले गये कोयले से भरी बोरियां जगह-जगह रखी थीं. घटनास्थल के पास एक कोयला ढोने की टोकरी, एक पैर का हवाई चप्पल व थैले में दो बोतल पानी रखा हुआ था.
कुसुंडा एरिया के जीएम वीके गोयल ने बताया कि कोयला चोरी रोकने के लिए सीआइएसएफ की ओर से लगातार कार्रवाई की जाती है. जल्द ही जिला प्रशासन के निर्देशानुसार टास्क फोर्स की बैठक कर कोयला चोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे.