Water Crisis : झारखंड के कोयलांचल में जलसंकट दूर करने के लिए बीसीसीएल की भूमिगत खदानों में जमा पानी निकालने की तैयारी, दामोदर नदी पर बनेगा डैम
Water Crisis, Damodar River, धनबाद : बीसीसीएल (BCCL) की भूमिगत खदानों (underground mines) में जमा पानी यानी पिट वाटर निकालने में सरकारी कंपनी वाप्कोस लिमिटेड मदद करेगी. साथ ही दामोदर (Damodar River) में डैम (Dam) बनाने की संभावना तलाशेगी. पिट वाटर का शोधन कर इसका आस-पास के लोगों के लिए पेयजल व सिंचाई में इस्तेमाल किया जायेगा. इसकी संभावनाओं पर बीसीसीएल सीएमडी गोपाल सिंह ने वाप्कोस लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मंथन किया. शनिवार को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में बीसीसीएल व वाप्कोस लिमिटेड की संयुक्त बैठक हुई. अध्यक्षता करते हुए सीएमडी ने कहा कि कंपनी का काम सिर्फ कोयला निकालना नहीं, बल्कि यहां के लोगों की सुविधाओं का भी ख्याल रखना है.
Water Crisis, Damodar River, धनबाद : बीसीसीएल (BCCL) की भूमिगत खदानों (underground mines) में जमा पानी यानी पिट वाटर निकालने में सरकारी कंपनी वाप्कोस लिमिटेड मदद करेगी. साथ ही दामोदर (Damodar River) में डैम (Dam) बनाने की संभावना तलाशेगी. पिट वाटर का शोधन कर इसका आस-पास के लोगों के लिए पेयजल व सिंचाई में इस्तेमाल किया जायेगा. इसकी संभावनाओं पर बीसीसीएल सीएमडी गोपाल सिंह ने वाप्कोस लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मंथन किया. शनिवार को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में बीसीसीएल व वाप्कोस लिमिटेड की संयुक्त बैठक हुई. अध्यक्षता करते हुए सीएमडी ने कहा कि कंपनी का काम सिर्फ कोयला निकालना नहीं, बल्कि यहां के लोगों की सुविधाओं का भी ख्याल रखना है.
बीसीसीएल के कमांड एरिया में पानी की विकराल समस्या है. यहां के लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराना कंपनी की प्राथमिकता है. ऐसे में बीसीसीएल की खदानों में जमा पानी की निकासी हो जाये तो क्षेत्रों में व्याप्त जलसंकट दूर हो सकता है. जिस भूमि पर खेती-बाड़ी नहीं हो पा रही है, वहां पानी की व्यवस्था होने पर खेती-बाड़ी भी सुनिश्चित हो सकेगी. वहीं खदानों से पानी निकल जाने के बाद बीसीसीएल बाधा रहित कोयला उत्पादन कर सकेगा.
दामोदर नदी पर बांध निर्माण की संभावनाएं तलाशने पर भी सीएमडी ने वाप्कोस के अधिकारियों के साथ मंथन किया. दामोदर नदी में एक उपयुक्त स्थान की खोज करने को कहा है, जहां बांध का निर्माण संभव कर क्षेत्र में व्याप्त पेयजल व सिंचाई की समस्या को दूर किया जा सके. मौके पर निदेशक (वित्त) समीरन दत्ता, निदेशक (कार्मिक) पीवीकेआरएम राव के अलावे संबंधिक अधिकारी व वाप्सकोस लिमिटेड के अधिकारी मौजूद थे.
सरकारी कंसलटेंसी एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड (वाटर एंड पावर कंसलटेंसी सर्विसेज) व बीसीसीएल के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने शनिवार को पुटकी बलिहारी (पीबी एरिया ) व मोहलबनी स्थित दामोदर नदी का मुआयना कर डैम (बांध) बनाने के लिए उपयुक्त स्थान की खोज शुरू कर दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दामोदर नदी व खदानों के पानी से परियोजना के आस-पास के गांवों के अलावा बीसीसीएल कॉलोनियों में रह रहे करीब 15 लाख परिवारों को पीने और सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. कंसलटेंसी एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड अप्रैल माह के अंत तक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर बीसीसीएल को देगी. इसके पश्चात रिपोर्ट का अध्ययन कर बीसीसीएल आगे की कार्ययोजना पर काम शुरू करेगी. साथ ही दामोदर नदी पर डैम बनाने के लिए झारखंड सरकार से अनुमति की दिशा में प्रयास किया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra