आगरा में जिलाधिकारी के साथ मारपीट और गाली-गलौज करने वाला BDO फरार, पुलिस दे रही दबिश, CDO ने किया कार्यमुक्त
आगरा में जिलाधिकारी के साथ मारपीट, गाली-गलौज करने वाला खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) अनिरुद्ध सिंह चौहान मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार है. पिछले 24 घंटे से मोबाइल भी बंद है. वहीं सीडीओ प्रतिभा सिंह ने आरोपी अनिरुद्ध सिंह चौहान को बरौली अहीर ब्लॉक के चार्ज से कार्यमुक्त कर दिया.
आगरा में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी के साथ विकास कार्य की समीक्षा बैठक के दौरान मारपीट, गाली-गलौज करने वाला खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) अनिरुद्ध सिंह चौहान मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार है. पिछले 24 घंटे से मोबाइल भी बंद है. पुलिस आरोपित बीडीओ की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है. मामले में शनिवार को विकास भवन से कलेक्ट्रेट तक सरगर्मियां बढ़ गईं. जिलाधिकारी पर हुए हमले के मामले में सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) पंकज कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमा दर्ज कराने के बाद पंकज कुमार का मोबाइल नंबर भी बंद है. वहीं इस मामले में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने शासन को रिपोर्ट भेजी थी. शासन के निर्देश पर सीडीओ प्रतिभा सिंह ने आरोपी अनिरुद्ध सिंह चौहान को शनिवार को बरौली अहीर ब्लॉक के चार्ज से कार्यमुक्त कर दिया. उनकी जगह संयुक्त बीडीओ देवेंद्र सिंह को चार्ज मिला है. आरोपी बीडीओ अनिरुद्ध सिंह को ग्राम में विकास आयुक्त कार्यालय भेज दिया गया है. बता दें कि जिलाधिकारी ने मामले की रिपोर्ट आयुक्त ग्राम्य विकास, जीएस प्रियदर्शी को भेजी है. माना जा रहा है कि बीडीओ अनिरुद्ध सिंह को निलंबित किया जा सकता है.
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आरोपी बीडीओ का है विवादों से पूराना नाता
उधर, घटना के समय बैठक में मौजूद बीडीओ एत्मादपुर अमित कुमार, बीडीओ अकोला सुष्मिता यादव और बीडीओ बिचपुरी नेहा सिंह ने मामले से पल्ला झाड़ लिया है. बैठक में एडीओ पंचायत अकोला शैलेंद्र सिंह सोलंकी और एडीओ पंचायत खंदौली पंकज कुमार भी मौजूद रहे थे. जानकारी के मुताबिक बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान प्रांतीय विकास सेवा पीडीएस संवर्ग कर्मचारी हैं. तीन साल से एत्मादपुर में तैनात थे. घटना से तीन दिन पहले बरौली अहीर का चार्ज मिला था. वर्ष 2020-21 में एत्मादपुर में तैनाती के दौरान तत्कालीन परियोजना निदेशक भीमजी उपाध्याय ने ब्लॉक का निरीक्षण किया था. तब ब्लॉक पर खामियां मिलने पर बीडीओ को फटकार लगाई तो विवाद बढ़ गया था. बताया जा रहा है तब वह परियोजना निदेशक के पीछे तलवार लेकर दौड़े थे. विकास भवन के अधिकारियों ने मामले में समझौता कराया था.
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पंचायत व ग्राम्य विकास अधिकारियों में हुआ दो फाड़
घटना के बाद से ग्राम्य विकास विभाग और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों दो फाड़ हो गए हैं. ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जहां बीडीओ के पक्ष में खड़े हैं. पंचायत राज विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जिलाधिकारी के पक्ष में खड़े हैं. शनिवार को दोनों गुटों की बैठक हुई. इसमें गुटबाजी खुलकर सामने आई. बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. रविवार को फिर बैठक होगी. इसके बाद आगे की रणनीति साफ होगी. वहीं जिलाधिकारी और बीडीओ के बीच हुआ विवाद सोशल मीडिया पर गूंज रहा है. सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि डीएम ने बीडीओ पर पेपरवेट फेंका. जवाब में बीडीओ ने जूता फेंक कर मारा. हालांकि तहरीर में जूता या पेपरवेट का जिक्र नहीं है.