त्योहारों के सीजन में छुट्टी के दौरान अक्सर लोग छुट्टियों का आनंद लेने के लिए राज्य के बाहर घूमने की प्लानिंग करते हैं. इससे पहले वे इंटरनेट पर प्रसिद्ध होटल को ढूंढ़कर पसंदीदा कमरा ऑनलाइन बुक करते हैं. ऐसे लोगों को कोलकाता पुलिस की तरफ से सतर्क रहने की सलाह दी गयी है. लालबाजार के साइबर क्राइम विभाग की तरफ से ऑनलाइन होटल की बुकिंग करने से पहले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.
कोलकाता पुलिस के डीजी साइबर प्रवीण प्रकाश ने बताया कि त्योहारों के सीजन में अभी साइबर ठग इस ट्रेंड के जरिये ठगी के वारदात को अंजाम दे रहे हैं.इस तरह के कुछ मामले उनके पास आये हैं.इससे जुड़े आरोपियों तक पुलिस पहुंचने की कोशिश कर रही है.कोशिश करें कि होटल बुकिंग करने के दौरान थोड़ा सतर्क रहें.
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होटल की वेबसाइट पर जो नंबर बुकिंग करने के लिए दिया गया है, उसे गूगल कार्ड या अन्य नंबर वेरिफिकेशन ऐप से वेरीफाइ कर लें.
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जिस होटल के कमरे आप बुक करने वाले हैं, उस होटल को कई अन्य वेबसाइट पर सर्च करें व बुकिंग करने के लिए दिये गये नंबरों को मिला लें. इसके बाद उसपर भरोसा करें
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किसी भी बड़े होटल पर कमरा बुक करने के लिए बड़ी कंपनियों के सुरक्षित वेबसाइट पर जैसे मेक माइ ट्रीप, गो आइबीबो या फिर बुकिंग कॉम पर जाकर कमरा बुक कर सकते हैं, जहां नंबर को बदलने का स्कोप ठगों के लिए नहीं रहता है. इस तरह से लोग सतर्क रह सकते हैं.
साइबर क्राइम विभाग के पुलिस अधिकारी बताते हैं कि इंटरनेट पर 1 नंबर कारगुजारी कर शातिर ठग विभिन्न जगहों पर मौजूद कई बड़े होटल में संपर्क करने के लिए कई बार उस होटल के नाम पर हूबहू फर्जी वेबसाइट तैयार कर मोबाइल या लैंडलाइन नंबर दे रहे हैं. वहां वे अपना नंबर डाल दे रहे हैं. ऐसी स्थिति में अगर कोई व्यक्ति उन होटल में कमरा बुकिंग करने के लिए संपर्क करता है, तो फोन साइबर ठग द्वारा दिये गये नंबर पर जाता है. होटल मालिक या मैनेजर बनकर वे कमरा उपलब्ध होने की बात कह कर बुकिंग के लिए लिए एडवांस नकद की रकम जमा कराने के लिए बैंक अकाउंट नंबर भेज रहे हैं. इधर, इससे अनजान लोग होटल में कमरा बुकिंग के न पर लिए एडवांस रकम जमा कराने की सोच कर रुपये भेजकर ठगी के को शिकार हो रहे हैं. कई बार शातिर ठग होटल की वेबसाइट पर ही इस कारगुजारी कर नंबर बदल कर अपना नंबर डाल दे रहे हैं, जिससे ग्राहक ठगी के शिकार हो जा रहे हैं.
रिपोर्ट : विकास गुप्ता