बीएड की प्रवेश परीक्षा का पेपर इतना सरल कि परीक्षार्थियों ने 1 घंटे में सभी प्रश्न हल करने का किया दावा
पहली पाली सुबह 9 से 12 तक हुई. दूसरी पाली शाम को 2:00 बजे से 5:00 बजे समाप्त हुई.
आगरा. गुरुवार सुबह 9:00 बजे से शुरू हुई बीएड की परीक्षा के लिए 29 केंद्र निर्धारित किए गए थे. जिसमें दोनों पालियों में करीब 13829 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया. यह परीक्षा दो पालियों में कराई गई.जिसमें पहली पाली सुबह 9 से 12 तक हुई. दूसरी पाली शाम को 2:00 बजे से 5:00 बजे समाप्त हुई. पहली पाली की परीक्षा देकर केंद्र से बाहर निकले परीक्षार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए.अधिकांश युवाओं ने बताया कि जिस प्रकार परीक्षा के बारे में सोचा था प्रश्न पत्र काफी सरल आया था. अगर किसी ने 1 से 2 महीने भी पढ़ाई की है तो उसे प्रश्नों को हल करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई होगी.अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अब उन्हें अच्छे परिणाम की उम्मीद है.
नई शिक्षा नीति से भी आए सवाल
बीएड की प्रवेश परीक्षा की पहली और दूसरी पाली समाप्त कर केंद्र से बाहर निकले छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि परीक्षा में पूछे गए प्रश्न काफी सरल थे. कई परीक्षार्थियों ने 1 घंटे में ही प्रश्न पत्र को पूरी तरह से हल कर दिया. उन्होंने कहा की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भी कई प्रश्न आए थे. साथ ही सामान्य ज्ञान और हिंदी से भी कई प्रश्न पूछे गए थे.
शिक्षकों के बारे में लोगों की सोच बदलने की जरूरत
आगरा के सिकंदरा क्षेत्र से प्रवेश परीक्षा देने आई गरिमा ने बताया कि उन्होंने जीके और जीएस की काफी तैयारी की थी. अंग्रेजी की भी काफी तैयारी करी थी और उसके प्रश्न भी काफी सरल आए थे. उन्होंने बताया कि अगर वह शिक्षक बनती है तो सरकारी शिक्षकों के बारे में लोगों की जो सोच है उसे बदलना है. शिक्षा के स्तर को और अच्छा करना है और बच्चों पर ध्यान देकर उनके भविष्य को उज्जवल करना है.
कुछ को जीके लगी कठिन
आगरा के सूरज पचौरी ने बताया कि अगर वह भविष्य में शिक्षक बनते हैं तो शिक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे. शिक्षक लोगों को अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाता है, इसीलिए उसके कंधे पर देश के भविष्य की जिम्मेदारी होती है. बीएड की प्रवेश परीक्षा देने आई पलक ने बताया की तैयारी अच्छी की थी लेकिन जीके में कुछ प्रश्न ऐसे थे जो काफी मुश्किल थे और साथ ही स्पोर्ट्स के कुछ प्रश्नों ने भी उन्हें बीच में अटका दिया.