Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की नौ विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को (दूसरे चरण) में मतदान हो चुका है. मतगणना में सिर्फ दो दिन शेष बचे हैं. मगर, बरेली में सबसे अधिक सट्टा बरेली की कैंट, नवाबगंज और मीरगंज सीट पर लगा है. सट्टा बाजार में तीन विधानसभा सीट सपा के खाते में जाने का अनुमान लगाया गया है. इन सीटों पर सट्टेबाज सट्टा लगाने को तैयार नहीं हैं, जबकि भाजपा को विथरी चैनपुर, शहर और आंवला की सीट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. इसलिए यहां सपा की सीट पर जीत का सट्टा काफी कम लगा है. मगर, यह सिर्फ सट्टेबाजों की कयासबाजी है. असली फैसला 10 मार्च को सुबह 11 बजे तक हो जाएगा.
सट्टा बाजार में बरेली की भोजीपुरा, फरीदपुर और बहेड़ी विधानसभा सीट सपा के खाते में बताई जा रही है. यहां भाजपा की जीत पर 100 रुपये के 500 रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन कोई भी लगाने को तैयार नहीं है. शहर के किला, सिकलापुर, प्रेमनगर और पुराना शहर में सट्टेबाजों के पास काफी भीड़ है, लेकिन इन सीट पर सट्टा लगाने वाले नहीं हैं.
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भोजीपुरा में सपा ने पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम को टिकट दिया है. यहां से भाजपा ने अपने विधायक पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य पर एक बार फिर दांव लगाया है. फरीदपुर सुरक्षित सीट पर सपा ने पूर्व विधायक विजयपाल सिंह को टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने अपने विधायक डॉ. श्याम विहारी लाल और बहेड़ी सीट पर सपा ने पूर्व मंत्री अताउर्रहमान और भाजपा ने विधायक एवं राजस्व राज्यमंत्री छत्रपाल सिंह को टिकट दिया है. हालांकि, इन तीनों सीट पर सपा से भाजपा का मुकाबला होगा.
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बरेली कैंट, नवाबगंज और मीरगंज विधानसभा सीटों पर सबसे अधिक सट्टा लगा है. यहां सपा की जीत पर 100 के 300 का सट्टा है, लेकिन भाजपा की जीत पर 100 का 200 का ही सट्टा है. बरेली कैंट में भाजपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल का टिकट काटकर सियासत के नए चेहरे संजीव अग्रवाल को टिकट दिया है, जबकि सपा ने पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन को टिकट दिया है. उनके पति पूर्व मंत्री एवं सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. इस सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. भाजपा का इस सीट पर 2012 से कब्जा है. इसको कायम रखने के लिए बरेली के भाजपा सांसद ने काफी मेहनत की है.
नवाबगंज में सपा से पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार और भाजपा के डॉ. एमपी आर्य, मीरगंज में भाजपा विधायक डॉ. डीसी वर्मा और सपा के पूर्व विधायक सुल्तान बेग के बीच कड़ा मुकाबला होने के कारण सट्टा बाजार में भी तेजी है.
2017 के चुनाव में भाजपा ने सभी नौ सीट पर कब्जा किया था. बरेली मंडल की 25 में से 23 सीट सपा के पास थीं, जबकि सपा को बदायूं और शाहजहांपुर में एक-एक सीट मिली थी. वहीं बसपा और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
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2017 के चुनाव में भाजपा ने सभी नौ सीट पर कब्जा किया था. बरेली मंडल की 25 में से 23 सीट सपा के पास थीं, जबकि सपा को बदायूं और शाहजहांपुर में एक-एक सीट मिली थी. बसपा और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
बरेली के सट्टा बाजार में बिथरी चैनपुर, शहर और आंवला सीट भाजपा की मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है. यहां सपा के बजाय भाजपा की जीत पर अधिक सट्टा लग रहा है.सपा की जीत पर 100 के 400 तक मिल रहे हैं, लेकिन फिर भी नही लग रहा है. जबकि भाजपा की जीत पर 100 के 200 पर भी लगाने वालों की भीड़ है.
बिथरी सीट पर भाजपा ने अपने विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का टिकट काटकर डॉक्टर राघवेंद्र शर्मा को प्रत्याशी बनाया है, जिसके चलते बड़े नुकसान की उम्मीद थी. मगर, आंवला के भाजपा सांसद ने चुनाव अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया. इसलिए सट्टाबाजार में भाजपा को मजबूत माना जा रहा है. यहां से सपा ने अपने जिलाध्यक्ष अगम मौर्य को टिकट दिया है. इस सीट पर भी मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है.
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आंवला में सपा ने भाजपा के बिल्सी विधायक पंडित आरके शर्मा को, तो भाजपा ने चार बार के विधायक एवं पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह को चुनाव लड़ाया है. शहर में भाजपा विधायक डॉ. अरुण कुमार सक्सेना के सामने सपा के राजेश अग्रवाल हैं. मगर, यह सिर्फ सट्टा बाजार का आंकलन है, चुनावी तस्वीर क्या होगी, यह मतदाताओं ने 14 फरवरी को तय किया है. 10 मार्च की सुबह 11:00 बजे तक चुनाव परिणाम आने की उम्मीद है. रिजल्ट के साथ ही सियासी पार्टियों और नेताओं का भी भविष्य तय होगा.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद, बरेली